”निराधार है राहुल का प्राण प्रतिष्ठा में राष्ट्रपति को आमंत्रित न करने का आरोप” – चंपत राय
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार में लगे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भाजपा पर आरोप लगा रहे है कि, ”देश की राष्ट्रपति को उनके आदिवासी मूल की वजह से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं आमंत्रित किया गया”. इस बयान के जवाब में अब राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सामने आए हैं और उन्होने राहुल गांधी के इस आरोप को निराधार बताते हुए एक्स पर एक वीडियो जारी किया है. इसमें उन्होने इस आरोप का जवाब देते हुए कहा है कि, ‘अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि भारत की राष्ट्रपति को उनके आदिवासी मूल के कारण श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था. राहुल गांधी का यह बयान पूरी तरह गलत, निराधार और भ्रामक है.’
एक्स पर वीडियो जारी कर दिया जवाब
बीते मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के आधिकारिक एक्स एकाउंट से वीडियो साझा किया गया है, जिसमें ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राहुल गांधी द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों पर आपत्ति जताते हुए जवाब दिया है. इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि, ”अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि भारत के माननीय राष्ट्रपति को उनके आदिवासी मूल के कारण श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था. राहुल गांधी द्वारा अपने भाषण में दिया गया यह बयान पूरी तरह से गलत, निराधार और भ्रामक है.”
Today an article has been published in the Delhi edition of The Times of India. The article mentions the speech of Congress leader Shri Rahul Gandhi, delivered in Gandhinagar, Gujarat.
In his speech, Shri Rahul Gandhi said that the Hon’ble President of Bharat was not invited to… pic.twitter.com/cX6UKnmibj
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) April 30, 2024
सभी को दिया गया था आमंत्रण
चंपत राय ने इसके आगे कहा है कि, ‘मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि आयोध्या में आयोजित समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद दोनों को आमंत्रित किया गया था. भारत की प्रगति मंक योगदान देने वाले विभिन्न क्षेत्रों के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के संतों, परिवारों और गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया था. साथ ही मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिक भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद थे.’
सभी जाति के लोगों ने लिया था प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा
इसके आगे उन्होने कहा है कि, ” प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों के कई परिवारों ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के ‘गूढ़ मंडप’ में पूजा भी की थी. उन्होंने कहा कि तथ्यों की उचित जानकारी के बिना ऐसे झूठे, निराधार और भ्रामक भाषण देने से समाज में गंभीर मतभेद पैदा हो सकते हैं. इसलिए भाषण के ये पहलू हमारे लिए बेहद आपत्तिजनक हैं.”
गुजरात में दिया था यह बयान
राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तीन महीने बाद लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित एक सभा को संबोधित करने के दौरान भाजपा पर यह आरोप लगाते हुए कहा था कि, ”’प्राण प्रतिष्ठा में राष्ट्रपति को इसलिए नहीं आमंत्रित किया गया था क्योकि वे आदिवासी मूल से आती है.”
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इसको लेकर चंपक राय द्वारा जारी किए वीडियो पर लोग जमकर चंपत राय और ट्रस्ट का समर्थन कर रहै है , जिसमे एक यूजर ने लिखा है कि, ”सत्य बात चंपत राय जी राहुल गांधी के झूठ पर करारा तमाचा है, जो अपनी बड़ी हार देखकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं और हताश हो रहे हैं” वही एक और यूजर ने लिखा है कि, ”राहुल आदतन झूठ बोलते हैं और उनके बार-बार झूठ बोलने पर रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं है. दुनिया ने श्री राम मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखा है जिसमें सभी को आमंत्रित किया गया था” एक और यूजर ने लिखा है कि, ”झूठा, गद्दार देश में अराजकता फैलाने का काम करता है, सभी देश वासियों से निवेदन है कि इस चुनाव में ऐसे अधर्मी पापी को एक भी वोट देना नहीं चाहिए और यथा शीघ्र यहां से विदाई करवानी है. जय श्री राम”