बिहार-बंगाल में लू अलर्ट तो पंजाब-हरियाणा में बारिश, जानें IMD के अनुसार मौसम का हाल
देश के हर हिस्से में इन दिनों गर्मी का भीषण कहर देखने को मिल रहा है. हालाँकि, देश के कुछ राज्यों में बारिश और बर्फबारी की वजह से मौसम कुछ ठंडा है. लेकिन 30 अप्रैल को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार में भारी लू की उम्मीद है. इसको लेकर मौसम विभाग का कहना है कि, आज पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है.
दिल्ली के मौसम का हाल
1 मई तक दिल्ली में तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा कि, दिल्ली में 4 मई को गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की उम्मीद है. दिल्ली में इस पूरे हफ्ते 35 से 40 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान रह सकता है, IMD का अनुमान है कि, न्यूनतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेल्सियस हो सकता है. वही 30 अप्रैल यानी आज दिल्ली में अधिकतम 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतनम 22 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है, आज दिन में दिल्ली में तेज हवा चलेगी.
आगामी 24 घंटे में मौसम के हाल को लेकर मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट का कहना है कि, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कई जगह हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी का अनुमान लगाता है. इसके साथ ही गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में कुछ जगहों पर भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है, उत्तराखंड में हल्की बारिश हो सकती है.
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इन राज्यों में जारी हुआ हीटवेव का अलर्ट
इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है, वही पूर्वोत्तर भारत में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. दक्षिण ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है. पंजाब के उत्तरी भागों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज हो सकती है. उत्तरी हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है, केरल में कुछ हल्की बारिश हो सकती है.आईएमडी ने बताया है कि, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, कोकण, कर्नाटक और केरल में हीटवेव अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ, अब मध्य अफगानिस्तान के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर है. गर्त ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर है, उत्तर में लगभग 65 डिग्री पूर्व देशांतर और उत्तर में लगभग 30 डिग्री उत्तर पर है. उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर भी प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण है.