Navratri Specials: बुरी शक्तियों से रक्षा करती हैं मां कालरात्रि…
जाने पूजन विधि और भी रहस्य....
Navratri Specials: नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुवात हो गई है, साथ ही आज है नवरात्रि का सातवा दिन. नवरात्रि का इस दिन हम मां कालरात्रि की पूजा और आराधना करते हैं. मां कालरात्रि नौ दुर्गा में से सबसे भयानक स्वरूप हैं. काशी में कालिका गली में मां का प्राचीन मंदिर स्थित है. ऐसा माना जाता है कि मां कालरात्रि बुरी शक्तियों से अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. आइए जानते हैं कैसे हुई मां कालरात्रि की उत्पत्ति और साथ ही मां से जुड़े अदभुत रहस्य.
मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्त्व
शास्त्रों और पुराणों के अनुसार मां कालरात्रि के दर्शन पूजन से दुष्टों और साथ ही गृह– बाधाएं भी दूर होती हैं. ऐसी मान्यता है कि मां कालरात्रि के नाम के उच्चारण मात्र से ही भूत, प्रेत, राक्षस और सभी नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं. मां कालरात्रि की उपासना करने वाले भक्तों को अग्नि-भय, जल-भय, जंतु-भय, शत्रु-भय, रात्रि-भय आदि कभी नहीं हो सकते.
कैसे हुई मां कालरात्रि की उत्पत्ति
एक कथा के अनुसार शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज नाम के राक्षसों का आतंक इतना बढ़ गया था कि देवी– देवता भी उसका कुछ नहीं कर पा रहे थे. राक्षसों के आतंक से सभी देवी-देवता परेशान होकर अपने बचाव के लिए भगवान शिव के पास गए. मां पार्वती ने रक्तबीज का वध करने के लिए मां कालरात्रि का रूप लिया और रक्तबीज का वध कर दिया तब से मां के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है.
मां कालरात्रि की पूजन विधि
मां कालरात्रि के पूजन के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और एक आसन पर बैठ जाएं. मां कालरात्रि के पास गंगाजल का छिड़काव करें साथ ही चालीसा और और हवन भी करें. मां की आराधना के लिए पूरे परिवार के साथ पूजा करें. मां कालरात्रि को विशेष रूप से गुड़ से बने मालपुआ का भोग अवश्य लगाएं.
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काशी में मां कालरात्रि का विशेष महत्त्व
काशी में मां कालरात्रि का प्राचीन मंदिर कालिका गली, चौक पर स्थित है. ऐसी मान्यता है कि मां के दर्शन से बुरी शक्तियों का नाश होता है. मां का श्रृंगार गुलाब के फूलो से किया जाता है जिसको देखने श्रद्धालु दूर – दूर से आते हैं. आपको बता दें की मां को बलि चढ़ाने की भी परंपरा है. मां के दर्शन की मान्यता है कि मां के आशीर्वाद से भक्तों के समस्त ग्रहों के भय और बाधा का नाश होता है.
written by – Tanisha Srivastava