मोदी सरकार न होती तो नही बन पाता राम मंदिर-राज ठाकरे
हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री बनाने के लिये बिना किसी शर्त के समर्थन देने की बात कही थी. वहीं राज ठाकरे ने कहा है कि मोदी सरकार नहीं होती तो राम मंदिर बनना संभव नहीं हो पाता. उनका कहना था कि सर्वाेच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो पाता और यह लंबित मुद्दा बना रहता. बता दें कि नवम्बर, 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राममंदिर के निर्माण की कानूनी बाधा दूर कर दी थी. वहीं इस साल 22 जनवरी को राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ था.
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अपना-अपना निर्णय लेने की स्वतंत्रता
राज ने ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से दो टूक शब्दों में कहा कि जो लोग मेरी भूमिका से सहमत नहीं हैं, वे निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी नेताओं की एक सूची तैयार करेगी जिनसे ‘महायुति’ गठबंधन के नेता चुनावी समन्वय के लिए संपर्क कर सकते हैं.
महायुति समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार
बता दें कि राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा के दिन ने शिवाजी पार्क से लोकसभा चुनाव में बिना शर्त मोदी को समर्थन देने की घोषणा के बाद कुछ कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने की खबर आई थी, इसके बाद उन्होंने शनिवार को अपनी पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें महायुति समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बड़े बदलाव हुए हैं, इसलिए पीएम मोदी की भूमिका का स्वागत किया गया है. राम मंदिर निर्माण, धारा 370 जैसे कई अच्छे फैसले प्रधानमंत्री ने लिए हैं.
मजबूत नेतृत्व के कारण बीजेपी का समर्थन
राज ठाकरे ने भाजपा को समर्थन देने का कारण भी बताया. उन्होंने कहा कि अच्छी बातों की सराहना करनी चाहिए. एक तरफ, एक अक्षम (नेतृत्व) है और दूसरी तरफ, मजबूत नेतृत्व. इसलिए नरेंद्र मोदी का समर्थन देने की बात कही. मोदी के प्रति उनके समर्थन में ‘खामियां ढ़ूढ़ने’ को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) पर पलटवार करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा कि उनकी आखों में पीलिया हो गया है.
हालांकि राज ठाकरे ने अपनी कुछ इच्छाएं प्रकट की. उन्होंने कहा कि मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने और राज्य में किलों की मरम्मत समेत महाराष्ट्र को लेकर उनकी कुछ मांगें हैं. इनके बारे में बीजेपी को बताया जाएगा. उन्होंने पीएम को गुजरात के साथ ही अन्य प्रदेशों पर ध्यान देने की बात कही.