UP News: माफिया मुख्तार अंसारी की बिगड़ी तबीयत, आईसीयू में भर्ती
UP News: होली की सुबह यूपी से बड़ी खबर सामने आ रही है.यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ गयी. जिसके बाद उसे एक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अऩुसार, मुख्तार का इलाज मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में चल रहा है. मुख्तार की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है. मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में लगे एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को दो दिन पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था.
बताया जा रहा है कि मुख्तार पिछले तीन दिनों से यूरिनल इंफेक्शन से पीड़ित था. बीती रात में एक बजे मुख्तार अंसारी को जिला अस्पताल भेजा गया. शुरुआती जांच के बाद, डॉक्टरों ने सर्जरी को फिर से शुरू किया, फिर मुख्तार को सर्जिकल इंटरवेंशन के लिए आईसीयू में शिफ्ट किया गया.
मुख्तार को जेल में दिया जा रहा था स्लो पॉयजन
इससे पहले मुख्तार अंसारी ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, उसे जेल में स्लो पॉइजन मिला है. 21 मार्च को बाराबंकी के MP-MLA कोर्ट में चर्चित एम्बुलेंस मामले में मुख्तार अंसारी की पेशी थी. उसके वकील ने कोर्ट को बताया कि 19 मार्च की रात में मुख्तार को खाने में विषाक्त पदार्थ दिया गया था, जिससे उनकी तबीयत खराब हो गई. इस घटना से मुख्तार बहुत घबरा गया है और ऐसा लगता है कि वह मर जाएगा. कृपया सही डाक्टरों की टीम बनाकर उसका इलाज करवा दें. 40 दिन पहले भी उसे विषाक्त सामग्री दी गई थी.
डॉक्टरों का पैनल पहुंचा था जेल
मुख्तार के इस आरोप के बाद में कोर्ट ने मुख्तार का चेकअप करा ने के लिए दो डॉक्टरों के पैनल को जेल भेजा था. जिसमें एक फिजिशियन और एक ऑर्थोपेडिक डॉक्टर को शामिल किया गया था. चेकअप के बाद टीम ने ब्लड टेस्ट कराया था, जिसकी रिपोर्ट आने पर दर्द और कब्ज की कुछ दवाइयां भी दी गईं थी.
जेल प्रशासन को डॉक्टरों ने बताया कि, रोजा रहने के कारण ऐसा हो रहा है. भूख के बाद अचानक अधिक भोजन करने से मुख्तार को परेशानी होती है. फिलहाल, उसका उपचार चल रहा है. जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट को भेजी गई.
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जेल प्रशासन ने आरोप किया खारिज
वहीं मुख्तार अंसारी पर स्लो पॉइजन देने के आरोपों को बांदा जेल के सुपरिटेंडेंट ने खारिज कर दिया. प्रशासन ने कहा कि, मुख्तार से पहले एक सैनिक और फिर डिप्टी जेलर खाना खाता है. जेल में रह रहे 900 कैदी भी यही खाना खाते हैं. ऐसे आरोप गलत हैं. सुरक्षित प्रणाली के बारे में बोलते हुए, CCTV के साथ-साथ नागरिक और राजनीतिक दल (PAC) का एक कड़ा पहरा है और मैं खुद इसकी देखभाल करता हूँ.