Loksabha 2024: जाने कहां सीट को लेकर उलझे सपा-भाजपा
देश में लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज है. प्रदेश के दो मुख्या दल BJP और SP की चुनावी हलचल थम सी गई है. उधर सपा की एक चाल के बाद बदायूं सीट पर काबिज भाजपा टिकट के मामले में उलझ गई है. BJP स्वामी प्रसाद के बेटी संघमित्रा मौर्या को टिकट देने के मूड में नहीं है. जबकि सपा ने यहां से पार्टी के महासचिव और अखिलेश के चाचा शिवपाल को मैदान में उतार दिया है.
सपा ने पहले घोषित किया था प्रत्याशी
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले बदायूं से अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान किया था. जहां धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था लेकिन अचानक टिकट बदल दिया और उसके बाद से दो सप्ताह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी न तो शिवपाल यादव वहां दिख रहे है न ही संघमित्रा मौर्या.
अचार संहिता के बाद दिखेगा नजारा-
ऐसा माना जा रहा है कि बदायूं में अचार संहिता के बाद ही कुछ नजारा देखने को मिल सकता है. बता दें कि अभी यह सीट भाजपा के कब्जे में है लेकिन इससे पहले इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है.
पिछले महीने चुनावी गहमा-गहमी बढ़ने लगी थी. सपा ने यहां से दो बार सांसद रह चुके धर्मेंद्र यादव को टिकट देकर मैदान में उतार दिया था. उन्होंने जनसंपर्क अभियान भी शुरू कर दिया था.
अचानक सपा ने बदला टिकट
माना जा रहा है कि पार्टी में चल रही अंतर्कलह के चलते धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल को टिकट दिया गया.लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि अब bjp के उम्मीदवार को देखकर ही सपा चयन करेगी. लेकिन जिम्मेदारों की ओर से अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है. टिकट बदलने के बाद सपा में सन्नाटा पसरा हुआ है.
Varanasi: सीवर समस्या से तंग लोगों ने जेई, पाषर्द प्रतिनिधि को बनाया बंधक
भाजपा ने जारी की थी 51 उम्मीदवारों की सूची
गौरतलब है कि भाजपा ने यूपी में 80 लोकसभा सीटों के लिए 51 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है.अब सबकी नजरें बची हुई 29 सीटों पर है.इसमें भाजपा प्रदेश में अपने सहयोगी दलों को 5 सीटें देनी है वहीँ अब बची हुई 24 सीटों पर अबकी नजरें है.