PM MODI काशी के पावन पथ सर्किट का करेंगे उद्घाटन

परियोजना पर लगभग 24.34  करोड़ रूपये हुए ख़र्च,नई उड़ान भरेगा पर्यटन उद्योग

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धर्म, अध्यात्म और संस्कृति की राजधानी काशी के पावन पथ सर्किट के मंदिरों और मार्गों का जीर्णोद्धार करा चुकी है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री के 22 व 23 फरवरी को वाराणसी दौरे में प्रस्तावित है. पावन पथ सर्किट में दस यात्रा शामिल है. इस यात्रा मार्ग के 101 मंदिरों के साथ ही इस पथ के धार्मिक मान्यता वाले कुंड, तलाब, कूप, घाट, प्राचीन वृक्ष का भी जीर्णोद्धार किया गया है. काशी की सीमा में प्रवेश करते ही आपको पावन पथ सर्किट की सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी. पावन पथ का पुनरुद्धार लगभग 24.34 करोड़ रूपये से हुआ है.

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तीर्थयात्रियों को होगी सहूलियत, मिलेगी सम्पूर्ण जानकारी

काशी में जैसे ही आप कदम रखेंगे पावन पथ सर्किट का पथ प्रदर्शक मिल जाएगा. इस पर सभी दसों पावन पथों की सम्पूर्ण जानकारी अंकित मिलेगी. पावन पथ सर्किट में 10 यात्राओं को शामिल किया गया है. इसमें अष्ट भैरव यात्रा, नौ गौरी यात्रा, नौ दुर्गा यात्रा, अष्टविनायक यात्रा, अष्ट प्रधान विनायक, एकादश विनायक यात्रा, द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा, काशी विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा, काशी में चार धाम यात्रा है. पूर्व की सरकारों ने सनातन धर्म की आस्था का केंद्र काशी के इन धार्मिक यात्राओं और मंदिरों पर उतना ध्यान नहीं दिया. इससे महत्वपूर्ण धार्मिक यात्राओं के मार्ग और मंदिर गलियों में समय के साथ गुम होते चले गए. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ के धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार की बड़ी योजना में पवन पथ भी शामिल था. ताकि काशी आने वाला तीर्थ यात्री काशी के किसी भी धार्मिक पहलू से वंचित नहीं रहें. यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड वाराणसी के परियोजना प्रबन्धक ने बताया कि इस परियोजना में दस महत्वपूर्ण यात्राओं सहित काशी क्षेत्र के भीतर धार्मिक तीर्थ यात्रा को यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया है. यात्रा के प्रत्येक मार्ग के शुरुआत और यात्रा के अंतिम पड़ाव पर भव्य द्वार व स्तम्भ बनाए जाएंगे.

काशी के पौराणिक महत्व को विश्व में सामने लना है

इतिहास से भी प्राचीन शहर काशी में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. इस सर्किट का उद्देश्य इन प्राचीन मंदिरों और इनके पौराणिक महत्व पर प्रकाश डालना है. साथ ही देश के समृद्ध भारतीय संस्कृति को एक बार फिर पूरे विश्व के सामने लाना है. परियोजना प्रबंधक ने बताया कि यात्री पावन पथ के यात्रा  को सुगमता और सरलता से कर सके, इसके लिए  हाईवे व जंक्शन जैसे महत्पूर्ण जगहों पर प्रत्येक यात्रा के पथ की सुविधा के लिए सड़क पर स्टोनमार्कर,ग्राफ़िक्स के साथ साइनेज लगाए गए हैं.  रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे, प्रमुख घाटों, अंतरराज्यीय बस डिपो आदि जैसे प्रमुख स्थलों पर यात्रियों को सूचना प्रदान करने के लिए भी साइनेज व मैप लगा गए हैं. मानचित्र और सम्बंधित स्थल का इतिहास, आसपास के क्षेत्रों और तीर्थ स्थलों की सम्पूर्ण जानकारी,स्थानीय लोक साहित्य, पौष्टिक खान-पान प्राकृतिक विरासत स्थलों सहित पावन पथ को धर्मक पर्यटन के रूप में विकसित किया गया है. यात्री पावन पथ पर रात में भी आसानी से जा सके इसके लिए बेहतर मार्ग, अच्छी लाइट, विश्राम स्थल, लैंडस्केपिंग के साथ अन्य प्राकृतिक साज- सज्जा की गई है. इस योजना के मूर्त रूप लेने से धार्मिक पर्यटन उद्योग नई उड़ान भरेगा.

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