BHU बवाल मामले में तीन आरोपितों के लगे पोस्टर, हास्टलों के पांच कमरे सील
सिंहद्वार पर फोर्स की तैनाती, पुलिस टीमें कर रही आरोपितों की तलाश
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के ब्रोचा छात्रावास के पास शनिवार की रात में स्कॉर्पियो की टक्कर से साइकिल सवार की मौत के बाद बवाल के मामले में लंका पुलिस ने 13 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सोमवार को इसी मामले में पुलिस फोर्स बीएचयू पहुंची और तीन हास्टलों के पांच कमरों को सील कर दिया. इसके साथ ही पुलिस ने नामजद आरोपितों में से तीन वांछित छात्रों के पोस्टर परिसर में चस्पा कर दिया है. एहतियात के तौर पर सिंहद्वार पर बड़ी संख्या में पुलिस और पीएस तैनात कर दी गई है. आरोपितों की धर-पकड़ के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं. उन तक पहुंचने के लिए पुलिस सर्विलांस और मुखबिरों का सहारा ले रही है.
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गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के सह सुरक्षा अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने शुभम शुक्ला, संजय गांधी, अनुज राय, अंकित पाल, सूरज कुमार, उमराव, दुर्गेश यादव, संकेत कुमार, संभव कौशिक, अभिषेक कुमार, सुरेश कुमार पासवान, प्रत्युष कुमार, यशवर्धन राज के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 332, 353, 427, 323, 504, 506, 452, 283, 505, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की अधिनियम 3, 4, 7 के तहत मुकदमा दर्ज है.
सात आरोपितों को पुलिस भेज चुकी है जेल
पुलिस इस मामले में सात आरापित छात्रों को हिरासत में लेकर जेल भेज चुकी है. अन्य की तलाश है. इसी क्रम में सोमवार को डीपी काशी जोन के नेतृत्व में एसीपी भेलूपुर सहित भारी पुलिस फोर्स और पीएससी लेकर बीएचयू परिसर पहुंची. इसके बाद तीन हॉस्टल के पांच कमरों को सील कर दिया गया. वही हॉस्टलों के बाहर पुलिस ने तीन छात्रों को वांछित करार देते हुए उनके नाम के पोस्टर चस्पा कर दिये हैं. इनमें शुभम शुक्ला पुत्र अज्ञात, हाल पता शोधछात्र बीएचयू, बिट्टू बाबू, निवासी ग्राम बारत पोस्ट वैजनाथपुर जिला नेवादा बिहार और संजय गांधी निवासी साहुवां के पोस्टर लगाए गए हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपित छात्रों ने दुर्घटना के बाद यह अफवाह फैला दी कि दुर्घटना में मृतक विश्वविद्यालय का छात्र है. इसके बाद छात्रों ने सुरक्षा कार्यालय पहुंचकर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए सुरक्षाकर्मियों से मारपीट और गाली-गलौज की. सिंहद्वारा को बंद करने के साथ ही प्राक्टर गेट को भी जाम कर दिया था.