वाराणसी के रवींद्रपुरी कालोनी स्थित अघोर परम्परा के तीर्थ स्थान बाबा कीनाराम स्थल क्रीं-कुण्ड’ पर शनिवार को पीठ के दसवें पीठाधीश्वर बाबा राजेश्वर राम का निर्वाण दिवस और वर्तमान में 11वें पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम का अभिषेक दिवस धूमधाम से मना. इसी के साथ यहां से सम्बद्ध समाजिक संस्था ’अघोराचार्य बाबा कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान’ का ’स्थापना दिवस भी मनाया गया.
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कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का दो दिन पहले से आना शुरू हो गया था. शनिवार की सुबह अघोर श्रद्धालुओं का तांता लग गया. पूजा-आरती के बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ. आश्रम गेट से एक किमी दूर तक लम्बी लाईन लग गई थी.
विचार गोष्ठी और कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन
हाथों में फूल-माला लिए अघोर आस्थावानों ने पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम के दर्शन किये और ब्रह्मलीन बाबा राजेश्वर राम को श्रद्धासुमन अर्पित किया. पूरा परिसर हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंजता रहा. बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने पहले सभी समाधियों का दर्शन-पूजन किये. इसके बाद अपने दादा गुरु बाबा राजेश्वर राम की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आरती उतारी. दर्शन-पूजन का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा. इसके बाद प्रसाद वितरण और भंडारे का आयोजन हुआ. इस मौके पर विचार गोष्ठी और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. गोष्ठी में वक्ताओं ने अघोराचार्य अवधूत बाबा कीनाराम से लगायत अघोर परम्परा के सिद्ध संतों की चर्चा की. उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला. इसके साथ ही अघोर परम्परा को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया. शाम को कवि सम्मेलन में कवियों ने आध्यात्म और समाज से जुड़ी रचनाओं को प्रस्तुत कर समा बांध दिया. रसिक श्रोता कविता के भाव और छंदों की गंगा में गोते लगाते रहे. क्रीं कुंड पर श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये गये थे.