यूपी में चौथी बार कार्यवाहक डीजीपी, जानें कौन हैं प्रशांत कुमार
1990 बैच के आईपीएस
उत्तरप्रदेश को चौथी बार नया कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक( DGP ) मिला है. अब तक डीजी कानून-व्यवस्था रहे प्रशांत कुमार ( prashant kumar )को योगी सरकार ने सूबे का नया डीजीपी नियुक्त किया है. बुधवार को कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार के अवकाश ग्रहण करने के उपरांत उन्हें यह जिम्मेदारी प्रदान की गयी है. वर्ष 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार कई वरिष्ठ अधिकारियों को लांघ कर कार्यवाहक डीजीपी बने हैं. बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से वह प्रदेश के ला एंड आर्डर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
बिहार ( BIHAR ) के मूल निवासी व 1990 बैच के आईपीएस
1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीब व मनपसंद अफसरों में शामिल माना जाता है। बता दें कि प्रशांत कुमार का जन्म बिहार के सिवान जिला के हुसैनगंज प्रखंड के छाता पंचायत के हथौड़ी गांव में हुआ था. उनकी प्रारंभिक पढ़ाई के बाद की शिक्षा दूसरे राज्यों में हुई. इसके बाद उन्होंने एमबीए, एमएससी और एमफिल की डिग्री पूरी की और आईपीएस में चयनित हुए. आईपीएस के लिए चुने जाने के बाद प्रशांत कुमार को तमिलनाडु कैडर मिला, लेकिन 1994 में वह यूपी कैडर में चले गए थे. उन्होंने कई अपराधियों का एनकाउंटर किया था, जिसके बाद उनको एडीजी कानून-व्यवस्था बनाया गया था. तत्पश्चात उन्होंने प्रदेश के 50 से अधिक माफियाओं की सूची तैयार कर कानून का शिकंजा कसना शुरू कर दिया. उनके नेतृत्व में एसटीएफ और जिलों की पुलिस ने एनकाउंटर करने का सिलसिला जारी रखा. आपरेशन लंगडा भी इन्हीं की देन है.
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चार बार राष्ट्रपति वीरता पदक
आपको बता दें कि प्रशांत कुमार को चार बार राष्ट्रपति का वीरता पदक मिल चुका है. उनकी पत्नी डिंपल वर्मा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में रेरा की मेंबर हैं. प्रशांत कुमार की नियुक्ति को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं. खासकर कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर. साथ ही कई अधिकारियों की अनदेखी कर उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपने की बात कही जा रही है.