Varanasi : रामेश्वर से विश्वेश्वर की नगरी काशी पहुंचा तमिल यमुना दल
वणक्कम काशी संग गूंजा हर हर महादेव का जयघोष, दूसरे दल में शामिल हैं अध्यापक
Varanasi : काशी तमिल संगमम-2 में शामिल होने के लिए तमिल श्रद्धालुओं का दूसरा दल “यमुना” मंगलवार को विशेष ट्रेन से काशी पहुंचा. इसमें तमिल अध्यापकों का जत्था शामिल है. बनारस की धरती पर उतरते ही दक्षिण भारतीय मेहमानों ने ‘वणक्कम काशी’ कहके अभिवादन किया. वहीं, काशीवासियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रविन्द्र जायसवाल के नेतृत्व में हर हर महादेव के उद्घोष से अभिनंदन किया. ढोल-नगाड़े की थाप के बीच स्वस्तिवाचन और फूलों की वर्षा से व अतिथि देवो भव के भाव से भी परिचित करा दिया.
एकेडमिक कार्यक्रम बीएचयू के अध्यापकों से होंगे रूबरू
काशी तमिल संगमम-2 में शामिल होने पहुंचे द्वितीय दल यमुना के दल में अध्यपक हैं. काशी पहुंचे सभी डेलिगेट्स को धर्म, सभ्यता, इतिहास के बारे में बताया जायेगा. बीएचयू द्वारा एकेडमिक कार्यक्रम का आयोजन 20 दिसम्बर को नमो घाट पर किया जायेगा. इसमें सभी अध्यापकों का दल शामिल होगा. साथ ही बीएचयू के कुशल अध्यपक एवं दक्षिण के भी विशेषज्ञ शामिल होंगे. इससे दोनों राज्यों के ज्ञान का भी संगम होगा.
मेहमानों के लिए विशेष तैयारी
काशी पहुंचे मेहमानों के लिए विशेष तैयारी की गई है. इस यात्रा में मेहमानों को तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश दोनों की कला संस्कृति की झलक दिखाई देगी. इसके आलावा अध्यापकों का दल काशी विश्वनाथ धाम,काल भैरव मंदिर, सारनाथ, हनुमान घाट, गंगा आरती सहित अन्य स्थानों के अलावा प्रयागराज और फिर अयोध्या का भी भ्रमण करेगा.
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14 दिनों तक दक्षिण भारतीय मेहमानों का आवभगत करेगा काशी
काशी में इन मेहमानों को दक्षिण भारत का खान-पान, रहन-सहन और वेशभूषा के साथ ही वहां के लोग और काशी के लोगों का एक दूसरे के प्रति प्यार और दुलार भी दिखाई देगा. साथ ही ग्रुप में 1500 से ज्यादा डेलिगेट्स बनारस आएंगे. हर ग्रुप में 205 डेलिगेट्स की मौजूदगी होगी. तमिल पंचांग के अनुसार इस बार मार्गली (मार्गशीर्ष) महीने में काशी तमिल संगमम-2 का आयोजन किया गया है.