अंतरप्रांतीय गिरोह के 12 शातिर चेन स्नैचर चढ़े पुलिस के हत्थे
वाराणसी के मंदिरों व घाटों पर महिला दर्शनार्थियों की सोने की चेन, पर्स आदि उड़ानेवाले अंतरप्रांतीय गिरोह के 12 शातिर बदमाशों को कोतवाली पुलिस ने परेड कोठी क्षेत्र से सोमवार की दोपहर गिरफ्तार किया है. इस मामले में चेन स्नैचिंग की दो घटनाओं की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी. मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से गिरोह के लोगों की पहचान की हुई थी. इन शातिर उचक्कों के पास से पुलिस ने 37 हजार 110 रूपये बरामद किये हैं. डीसीपी ने गिरोह के लोगों की गिरफ्तारी करनेवाली पुलिस टीम को 20 हजार रूपये पुरस्कार की घोषणा की है.
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डीसीपी ने गिरोह को किया मीडिया के सामने पेश
डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने मंगलवार को गिरोह के लोगों को अपने कार्यालय परिसर में मीडिया के सामने पेश किया. बताया कि पकड़े गये गिरोह के लोगों में बिहार के मोतिहारी जिले के पिपरिया गांव के विक्की राय, बेलाही थाना क्षेत्र के गमरिया गांव के मुन्ना राय, आनंद सागर गांव के राजू राय, पश्चिमी चम्पारण के भेलाई थाना क्षेत्र के पिपरिया बेलवा गांव के नीरज राय, बेतिया जिला के कठिया मठिया गांव के मिथुन राय, गवनहा थाना क्षेत्र के अहरार पिपरिया के शंकर राउत, औरा गांव के बृजेश कुमार और अहरार पिपरा गांव के राजू राउत हैं. इसके अलावा पूर्वी चम्पारण के पलनवा थाना क्षेत्र के मौज बेलवा पिपरिया गांव के रामनाथ राय, मुजफ्फरपुर क्षेत्र के कथईया थाना क्षेत्र के हल्दी गांव के उमेश राय, गोरखपुर के चौरीचौरा थाना क्षेत्र के चौरी बदुरहिया गांव के विकास राठौर, महाराजगंज जिला के बरगदवा बाजार स्थित नरायणपुर गांव के धनश्याम नट हैं.
पहले भी दे चुके हैं कई घटनाओं को अंजाम
डीसीपी ने बताया कि इनका संगठित गिरोह है. यह बिहार, गोरखपुर, महाराजगंज से वाराणसी आकर काशी के घाट और मंदिरों में चेन स्नैचिंग, पर्स और कीमती सामान उड़ाने का काम करते थे. इस गिरोह ने कालभैरव मंदिर में और डा. राजेंद्र प्रसाद घाट जानेवाले मार्ग पर दो महिलाओं की चेन नोच ली थी. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई तो गिरोह का खुलासा हुआ. डीसीपी ने बताया कि गिरोह के राजू राउत, विकास राठौर, राजू राय, विक्की राय, नीरज राय, घनश्याम नट, मिथुन राय, शंकर राउत, बृजेश कुमार, रामनाथ राय व उमेश राय इससे पहले भी चेन स्नैचिंग व चोरी की कई घटनाएं कर चुके हैं. इनके खिलाफ दशाश्वमेध, कोतवाली, लंका, मथुरा, महाराजगंज में भी मुकदमे दर्ज हैं. गिरोह ने वाराणसी में ज्यादातर वारदात को अंजाम दिया है. इनके अपराधिक इतिहास की और जानकारी की जा रही है. इनकी गिरफ्तारी में कोतवाली पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम शामिल रही.