भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, जानें क्या है मामला ?

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भारतपे की मूल कंपनी रेजिलिएंट इनोवेशन ने सह-संस्थापक अश्नीर ग्रोवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गयी है, दिल्ली उच्च न्यायालय में एक नया मामला दायर किया गया है और इससे संबंधित ‘गोपनीय जानकारी’ होने का दावा करने वाले के खुलासे को रोकने के लिए निषेधाज्ञा की मांग की है. इसके अलावा कंपनी को लेकर एक न्यूज वेबसाइट द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक,यह कानूनी कदम कई विवादों में घिरे ग्रोवर द्वारा सोशल मीडिया पर भारतपे के हालिया सीरीज ई फंडिंग राउंड में शामिल इक्विटी आवंटन और द्वितीयक घटकों के बारे में विवरण साझा करने के बाद आया है.

अश्नीर ग्रोवर पर लगा कंपनी गोपनीयता भंग करने का आरोप

टाइगर ग्लोबल के नेतृत्व में और ड्रैगनियर इन्वेस्टर ग्रुप की भागीदारी वाले इस फंडिंग राउंड ने 370 मिलियन डॉलर जुटाए और फिनटेक फर्म का मूल्य 2.86 बिलियन डॉलर आंका गया, इसके साथ ही भारतपे के वकील ने अदालत में तर्क दिया कि, ग्रोवर के कार्यों ने उनके रोजगार समझौते में उल्लिखित दायित्वों का उल्लंघन किया है, यह दावा करते हुए कि उन्होंने कंपनी के बारे में गोपनीय जानकारी का खुलासा किया है।

जबकि ग्रोवर ने पोस्ट हटा दी है, भारतपे का तर्क है कि उनके इस्तीफे के बाद भी उनके पास कंपनी की गोपनीय जानकारी बनी हुई है, जिससे उनके रोजगार समझौते की शर्तों का उल्लंघन हो रहा है। न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने हालिया सुनवाई की अध्यक्षता की, जिसके दौरान ग्रोवर के वकील ने कथित तौर पर गोपनीयता के उल्लंघन के लिए उनकी ओर से माफी मांगी। ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि अदालत ने माफी स्वीकार कर ली, लेकिन ग्रोवर के पास अभी भी गोपनीय जानकारी रखने का मामला आगामी सुनवाई में उठाया जाएगा.

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ग्रोवर के वकील ने मांगी माफी

हाल ही में ग्रोवर के वकील ने न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की अध्यक्षता में कथित गोपनीयता के उल्लंघन के लिए उनकी ओर से माफी मांगी. ईटी ने कहा कि अदालत ने माफी मांगी है, लेकिन ग्रोवर के पास अभी भी गोपनीय जानकारी है, जो आगे की सुनवाई में उठाया जाएगा.

यह कानूनी कार्रवाई ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भारतपे द्वारा चल रहे सिविल मुकदमे के अतिरिक्त है. मुकदमे में धन के गबन का आरोप लगाते हुए 88.67 करोड़ रुपये की हर्जाने की मांग की गई है. साथ ही, पार्टियों के बीच कानूनी लड़ाई में ग्रोवर की सोशल मीडिया रणनीति पर असहमति भी शामिल है, जैसे कि उन्होंने भारतपे को अपने ऑनलाइन लेख में बताया प्रयोग की गई ‘असंसदीय भाषा’ के खिलाफ निषेधाज्ञा की मांग की गई है.पुलिस जांच में कम से कम आठ मानव संसाधन परामर्श फर्मों और जैन, ग्रोवर की पत्नी और भारतपे के पूर्व नियंत्रण प्रमुख के संबंधों का पता चला है, दोनों को पिछले हफ्ते दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लुक-आउट सर्कुलर (LOC) के आधार पर रोक दिया गया था.

 

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