रंगे हाथ लेखपाल को किया गिरफ्तार
एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने सोमवार को लेखपाल विकास गुप्ता को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पिंडरा तहसील के कनियर के लेखपाल ने वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के गांगकला के ग्राम प्रधान से रास्ता व नाली की जमीन का सीमांकन के लिए 20 हजार रूपये घूस मांगा था. एंटी करप्शन टीम उसे पकड़ कर बड़ागांव थाने ले गई और रिपोर्ट दर्ज कराई.
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रिपोर्ट लगाने में कर रहा था आनाकानी
एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि शशिकांत वर्मा गांगकला गांव के प्रधान हैं. उन्होंने तहसील दिवस पर गांव के अमृत सरोवर के पश्चिम और उत्तरी किनारे स्थित रास्ता व नालीपर ग्रामीणों के अवैध कब्जे की शिकायत की थी. इस मामले में लेखपाल विकास गुप्ता को सीमांकन कर रिपोर्ट लगाने का निर्देश दिया गया था. लेकिन विकास गुप्ता सीमांकन करने में आनाकानी कर रहा था. कई बार कहने के बावजूद वह मामले को टालता रहा. बाद में उसने ग्राम प्रधान से 20 हजार रूपये की रिश्वत मांगी.
योजना बनाकर टीम ने दबोचा
लेखपाल द्वारा घूस मांगे से नाराज ग्राम प्रधान शशिकांत ने एंटी करप्शन विभाग से शिकायत कर दी. इसके बाद टीम ने लेखपाल को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई. उन्होंने ग्राम प्रधान को केमिकल लगे नोट दिये गये. इसके बाद प्रधान ने लेखपाल को घूस की रकम देने के लिए गांव में बुलाया. इससे पहले एंटी करप्शन की टीम ने आसपास में घेराबंदी कर ली थी. जैसे ही लेखपाल ने ग्राम प्रधान से घूस की रकम ली टीम ने उसे धर दबोचा. टीम ने मौके पर उसका हाथ धुलवाया तो उसमें केमिकल लगे होने के कारण लाल हो गया. पकड़ा गया लेखपाल मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के नाथूपुर का रहनेवाला है. लेखपाल को गिरफ्तार करनेवाली टीम में निरीक्षक नीरज कुमार सिंह, योगेंद्र कुमार, राकेश बहादुर सिंह, मुख्य आरक्षी शैलेंद्र कुमार राय और अन्य सहयोगी रहे.