बीएचयू छात्रों ने नॉन-नेट फेलोशिप वृद्धि के लिये दिया धरना
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 17 अक्टूबर से छात्रों द्वारा नॉन जेआरएफ शोध वृद्धि में बढ़ोतरी के लिए धरना दिया जा रहा है।
बीएचयू सेंट्रल ऑफिस के मुख्य द्वार के बाहर छात्र धरने पर बैठे हुए हैं। छात्रों की मांग है कि जिस प्रकार जेआरएफ के शोध के छात्रों को करीब ₹ 37000 मिलते हैं, इसी प्रकार से उन्हें भी शोध के लिए मिलने वाली फेलोशिप में भी बढ़ोतरी की जाये।
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धरने पर बैठे सभी संकायो के रिसर्च के छात्र
डिपार्टमेंट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के शोध के छात्र अंकित पांडे से बात करने पर उन्होंने बताया कि नॉन नेट फेलोशिप के अंतर्गत नेट के छात्रों को मात्र ₹8 000 ही मिलते हैं, जो की मनरेगा में काम करने वाले मजदूर से भी कम है।उन्होंने कहा कि उनकी बस यही मांग है कि नेट के छात्रों की फैलोशिप को भी बढ़ाया जाए ताकि शोध के लिए जरूरी किताब एवं अन्य चीजों की खरीदारी में उन्हे सहूलियत मिल सके।
विश्वविद्यालय के कुल सचिव द्वारा धरना देने वाले शोधार्थियों से मिलने का आश्वासन दिया गया।छात्रों के अनुसार, कुल सचिव खुद ही प्रस्तावित समय पर वार्ता के लिए उपस्थित नहीं हुए,जिससे आक्रोशित होकर छात्रों द्वारा धरना स्थल पर उनका विरोध किया गया।
विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के लगभग 500 छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।उनके द्वारा अपनी मांगों की पुनरावृत्ति की गई और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ शोधार्थियों ने अपने रोष का प्रदर्शन किया।