यूपी में अब काल के गाल में समाएंगे अपराधी, योगी सरकार नें शुरू किया ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’…
अपराधियों पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार शुरू से ही प्रदेश में काम करती रही है, जिसकी वजह से यूपी में बाहुबलियों और अपराधियों के बुरे दिन चल रहे है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस को एनकाउंटर की खुली आजादी दे रखी है, वही इसको लेकर कई सारे ऑपरेशन प्रदेश की योगी सरकार अपराध का ग्राफ कम करने की कोशिश कर रही है।
इसको लेकर अब तक ‘ऑपरेशन मजनू’, ‘ऑपरेशन जिराफ’, ‘ऑपरेशन दृष्टि’ से लेकर ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ और ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ तक अनेकों ऐसे अभियान चलाए गए, जिन्होंने अपराधियों की नाक में दम कर दिया। इन ऑपरेशन से प्रदेश सरकार ने ऐसी स्थिति ला दी है कि, अब अपराधी अपनी जान बचाने के लिए खुद ही सरेंडर करने को तैयार रहते है। इसी के चलते अब प्रदेश में नए अभियान ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ की शुरूआत की गयी है। आइए जानते है क्या है ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ , किस तरह से करेगा काम …
क्या है ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’?
अपराध के बाद पहले दोषी पर आरोप साबित करना और फिर उसे सजा दिलाने की प्रक्रिया में एक लंबा समय लग जाता है, वही कई मामलों में तो इतना समय लग जाता है कि, सजा मिलने तक आरोपी बुढा हो जाता है। इसके अलावा कुछ आरोपी कानून के सुस्त रवैय्ये के चलते अपराधी बचकर निकल भी जाते है और पीडित पक्ष बस न्याय के इंतजार में ही रह जाता है।
इस समस्या से समाधान के लिए ही शुरू किया गया है ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ , इस ऑपरेशन के तहत सूबे के सभी 75 जिलों से आने वाली रेप, हत्या, लूट, डकैती, धर्मांतरण और गोकशी जैसी 20 अपराधिक घटनाओं को शामिल किया गया है। इन अपराधों से जुड़े मामलों में तेजी से जांच प्रक्रिया चलाई जाएगी और इन मामलो में 30 दिनों के अंदर आरोपी को सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसको लेकर यूपी के डीजीपी विजय कुमार ने बताया है कि, पुलिस अपराधियों के खिलाफ जल्द चार्ज फ्रेम करके 30 दिन के भीतर सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
3 महीने में 10 हजार को दी गयी सजा
‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ अब तक की अवधि में अच्छी खासी सफलता हासिल की है। इसकी गवाह खुद यूपी पुलिस नें पेश किए है, यूपी पुलिस द्वारा पेश किए गए आंकडों के अनुसार, तीन महीने के अंदर 10 हजार से अधिक अपराधियों को सजा हो पाई है, वो भी रिकॉर्ड 30 दिनों के अंदर हुआ है। इस मामले में नोएडा पुलिस सबसे आगे रही है. इसके बाद क्रमश: सहारनपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, आगरा, अमरोहा, मुजफ्फरनगर और बाराबंकी का स्थान है।
डीजीपी विजय कुमार ने बताया कि, ”इस ऑपरेशन के तहत 3 महीने में 10487 अपराधियों को सजा दिलाई गई है। इस अवधि में 10 अपराधियों को फांसी की सजा भी दिलाई गई है, जिसमें दो आतंकी शामिल हैं। इस तरह 10 दोषियों को सजा-ए-मौत, 1142 को उम्रकैद, 189 को 20 साल जेल, 722 को 10 साल जेल और 8424 को 1 से 10 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
1जुलाई से शुरू किया गया था ‘आपरेशन कन्विक्शन’
एक जुलाई 2023 से डीजीपी विजय कुमार ने आपरेशन कन्विक्शन शुरूआत की थी। इस ऑपरेशन की कमान एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल को सौंपते हुए उन्हें अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। सजा कराने के लिए महिला उत्पीड़न व पॉक्सो के 14,903 और माफियाओं से जुड़े 686 केस को चिह्नित किया गया था।
अभियान के दौरान तीन माह में 7,665 केस में 10,487 दोषियों को सजा करवाई गई। इसमें 10 दोषियों को मृत्युदंड, 1,142 को आजीवन कारावास, 189 को 20 वर्ष की कैद, 722 को 10 वर्ष या उससे अधिक की कैद और 8424 दोषियों को एक से 10 वर्ष की सजा सुनाई गई है।
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यूपी में दिख रहे ऑपरेशन के सकारात्मक परिणाम
इस ऑपरेशन के चलते यूपी में अपराधियों के हौसले पस्त नजर आ रहे है, इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे है। उदाहरण के तौर पर समझे तो, इस अभियान की वजह से फर्रुखाबाद में केवल एक महीने में 180 अपराधियों को सजा हो सकी है। इनमें रेप और पॉक्सो जैसे मामले भी हैं, जिनमें दोषियों को मौत से लेकर उम्रकैद तक की सजा हुई है।
वही फर्रुखाबाद के एसपी विकास कुमार द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, पुलिस द्वारा कोर्ट में अपराधियों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य पेश करने की वजह से अपराधियों को सजा दिलाने में मदद मिली है। इस ऑपरेशन के तहत जिले में सक्रिय अपराधियों के गैंग को भी चिन्हित किया जा रहा है, इनके खिलाफ मुकदमों की विवेचना में तेजी लाकर उनको न्यायालय द्वारा शीघ्र ही सजा दिलाने का काम भी हो रहा है।’