मीडिया जगत की हकीकत और संघर्ष को बयां करती बॉलीवुड की फिल्में…
पत्रकारिता को संविधान का चौथा स्तंभ कहा गया है, जो की देश में अच्छे और बुरे में अपनी बड़ी भूमिका अदा करता है, क्योकि मीडिया आपको सिर्फ समाचार नहीं देता बल्कि सच के लिए आवाज भी उठाता है, समाज में होने वाले बदलाव का पहला कदम मीडिया ही उठाना भी है। देश की आजादी से लेकर आज तक मीडिया अपने फर्ज को बखूबी निभाता आ रहा है । कई बार समाज में निस्वार्थ भाव से एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज अदा करते इन पत्रकार की असली कीमत हम समझ नहीं पाते है और उनका आंकलन पैसे के आधार पर करते है । पैसे और नाम से ऊपर इस खास पेशे की हकीकत को समाज को दिखाने के लिए अक्सर हिन्दी सिनेमा में मीडिया पर आधारित फिल्में बनाई जाती रही है। आइए जानते है कौन – कौन सी है वो फिल्मस ….
ALSO READ: जाति सूचक गाड़ियों की अब यूपी में खैर नहीं …
पीपली लाइफ
2010 में रिलीज हुई फिल्म पीपली लाइफ टीआरपी रेस में दौडते मीडिया जगत आधारित एक व्यंग्यात्मक कॉमेडी फिल्म है । इस फिल्म में महंगाई की मार झेलते गरीब किसान की कहानी को चित्रित किया गया है। जिसमें मीडिया इस मुद्दे को देश के लोगों तक पहुंचाना है। यह फिल्म भारत में हुई सत्य घटनाओं पर आधारित है, उस दौर में महंगाई के कारण कई किसानों ने आत्महत्या की थी।
पेज थ्री
साल 2005 में रिलीज हुई फिल्म पेज थ्री यह फिल्म मधुर भंडारकर द्वारा निर्देशित और कोंकणा सेन शर्मा द्वारा अभिनीत यह फिल्म मीडिया के ग्लैमर के पीछे की कहानी को बयां करती है। इस फिल्म में कोंकणा एक जर्नलिस्ट होती हैं, जो बॉलीवुड में हो रही घटनाओं को कवर करती हैं। इस फिल्म में कोंकणा की एक्टिंग को बहुत पसंद किया गया।
नायक
यदि आप भी पत्रकारिता के क्षेत्र से समाज के निर्माण में भागीदारी करना चाहते है तो, आपको इस फिल्म को जरूर से देखना चाहिए। जिसमें पत्रकार शिवाजीराव चीफ मिनिस्टर का इंटरव्यू लेता है और बहस के दौरान उसे एक दिन का चीफ मिनिस्टर बनाया जाता है। जिसके बाद वो 1 दिन में देश का हीरो बन जाता है, लोग उसे ही चीफ मिनिस्टर बनाना चाहते हैं। इस फिल्म में पत्रकार और मीडिया को हीरो की तरह दिखाया गया है, जो हर हालत में सिस्टम के खिलाफ जा कर लोगों को जागरूक करती है।
रण
साल 2010 में रिलीज हुई फिल्म रण का निर्देशन राम गोपाल वर्मा द्वारा किया गया था। यह फिल्म मीडिया बड़ी-बड़ी मीडिया कंपनियों कहती नजर आती है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, रितेश देशमुख और परेश रावल जैसे बड़े एक्टर्स नजर आते हैं। फिल्म में गलत खबरों से होने वाले नुकसानों के बारे में दिखाया गया है।
ALSO READ: 1982 में डकैती 2023 में सजा, जानें क्या है 41 साल पुराने गुनाह की पूरी कहानी ..
धमाका
साल 2021 में कार्तिक आर्यन की फिल्म धमाका लोगों दर्शकों के सामने आई। इस फिल्म में मीडिया में होने वाली टीआरपी रेस और चैनलों के कॉम्पिटिशन के बारे में बताया गया है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक स्टोरी किसी पत्रकार को स्टार तो कभी कोई एक स्टोरी ही उसे लोगों की नजरों से गिरा भी देती है