चुनाव से पहले चर्चा में राजस्थान के ‘योगी’, BJP ने दी बड़ी जिम्मेदारी…

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राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में 6 महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में भाजपा ने अपनी राज्य इकाई में बड़े फेरबदल कर दिया. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने हाल ही में नई प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया है. कुल 29 नेताओं को संगठन में नियुक्तियां दी गईं. इनमें 11 प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम अलवर सांसद बाबा बालकनाथ योगी का है. पहली बार सांसद बने बाबा बालकनाथ को संगठन में इतने बड़े पद पर जिम्मेदारी देना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का यह भी कहना है कि बाबा बालकनाथ योगी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नजदीकी हैं. दोनों एक ही सम्प्रदाय के हैं. यूपी में योगी का जलवा है और अब राजस्थान में भी बालकनाथ को प्रमोट करने की तैयारियां की जा रही है।

राजस्थान के योगी बनेंगे बाबा…

यूपी के तर्ज पर कई बार महंत बालक नाथ को राजस्थान में भाजपा का ट्रंप कार्ड भी कहा जाता है. दरअसल उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद भाजपा की स्थिति वहां मजबूत हुई है. उनकी हिंदुत्व और फायरब्रांड छवि के बदौलत ही उत्तर प्रदेश भाजपा का अजय किला बन चुका है. ऐसे में अगर राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद नए समीकरण बनते हैं तो भाजपा के लिए यूपी की तर्ज पर महंत बालक नाथ ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं.

योगी और बाबा बालकनाथ में करीबी संबंध…

वहीं बाबा बालक नाथ, नाथ समुदाय के मस्तनाथ मठ से संबंध रखते हैं. और वह इसके आठवें महंत हैं. साल 2016 में चांदनाथ योगी ने बालक नाथ को अपना उत्तराधिकारी बनाया था. जिसके बाद रोहतक स्थित मस्तनाथ मठ में बाबा बालक नाथ के समारोह में योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव ने भी हिस्सा लिया था. नाथ संप्रदाय से संबंध रखने के चलते योगी आदित्यनाथ और बाबा बालकनाथ में करीबी संबंध भी है, दोनों हिंदुत्ववादी नेता के रूप में पहचान रखते हैं.

क्यों चर्चा में आए बाबा बालकनाथ…

फायर ब्रांड छवि वाले बाबा बालक नाथ उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने राजस्थान पुलिस के डीसीपी को ही धमका दिया था, दरअसल भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के मामले में सांसद बालक नाथ ने राजस्थान पुलिस के डीएसपी को उनकी थाने में घुसकर धमकाते हुए कहा था कि मेरा नाम याद रखना, मेरे लिस्ट में तीन लोगों के नाम हैं. एक यहां का विधायक, दूसरा पुराना एसएचओ और अब आप मेरी लिस्ट में है. बाबा बालक नाथ के इस रौद्र अवतार का वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

2019 में पहली बार लड़ा लोकसभा चुनाव…

महंत बालक नाथ के ‘प्रमोशन’ के पीछे की वजह अलवर और आसपास के जिलों में उनकी मजबूत पकड़ मानी जा रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में महंत बालकनाथ ने इस बात को साबित भी करके दिखाया था. उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी. मस्तनाथ संप्रदाय से आने वाले बालकनाथ के ‘प्रमोशन’ से बीजेपी ने साफ कर दिया कि चुनाव में हिंदुत्ववादी एजेंडा आगे रखा जाएगा।

पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा…

पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने सांसद बालकनाथ योगी को अलवर समेत पूरे प्रदेश में बीजेपी को मजबूत करने का जिम्मा सौंपा है. हिंदुत्व के एजेंडे पर पार्टी के अगवा नेताओं में बालकनाथ योगी भी शामिल हो गए हैं. बालकनाथ का अलवर के साथ दक्षिणी हरियाणा के कई जिलों में असर दिखना तय माना जा रहा है. नाथ संप्रदाय के साथ संत समाज में सांसद का अच्छा प्रभाव रहा है. बालकनाथ योगी के सहारे यादव वोटर को भी साधने की कोशिश कर रही है. अलवर के सांसद का प्रभाव अलवर जिले के साथ सीकर, विराटनगर और जयपुर की सीटों पर भी माना जाता है. विधानसभा चुनाव से पहले बालकनाथ योगी को आगे लाने का सीधा फायदा पार्टी को मिलने की उम्मीद है।

जनता के लिए सरकार से लेते रहते हैं पंगा…

बता दे कि अलवर सांसद बाबा बालकनाथ को हाल ही में पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. हिन्दुत्व एजेंडे पर बाबा कई बार बयान देते रहे हैं. पिछले दिनों अलवर के बहरोड़ में एक युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया था. तब सांसद बालकनाथ पुलिस थाने पहुंचे थे. उन्होंने थाने में घुसकर डिप्टी एसपी को धमकाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. डिप्टी एसपी को धमकाते हुए बालकनाथ ने कहा था. कि मेरा नाम याद रखना। तीन लोग मेरी लिस्ट में हैं. एक तो यहां का विधायक (बलजीत यादव), दूसरा पुराना थाना प्रभारी और अब इस लिस्ट में तीसरा नाम आपका भी जुड़ गया है।

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