झारखंड में आकाशीय बिजली का कहर, एक ही दिन में 16 लोगों की मौत
झारखंड में मानसून के आगमन से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है. वहीं, बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से राज्य भर में 1 दिन में 16 लोगों की मौत हो गई है. मानसून के आगमन के पहले ही दिन झारखंड के विभिन्न जिलों में कहर देखने को मिला. हालांकि मौसम विभाग की तरफ से विभिन्न जिलों के लिए और अलर्ट जारी किया गया है. अगले 2 से 3 दिन व्रजपात की संभावना व्यक्त की गई है. आम लोगो को ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहने की हिदायत दी गई है.
व्रजपात की चपेट में आकर राजधानी रांची के बीआईटी थाना क्षेत्र के सदिया गांव में एक 12 वर्षीय बच्ची सिमरन की मौत हो गई. वहीं हजारीबाग जिला में व्रजपात की चपेट में आकर 3 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में एक 10 वर्षीय नाबालिक बच्चा भी शामिल है.
कई जिलों में बिजली गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई…
इसके साथ ही झारखंड के लोहरदगा जिला में खेत में काम करने के दौरान एक नाबालिक बच्ची सहित 3 लोगो की ठनके की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई है. वहीं झारखंड के गिरिडीह जिला और बोकारो जिला में 2 -2 लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आकर हुई है. इसी के ही साथ चतरा जिला, पलामू जिला, रामगढ़ जिला, गुमला जिला और कोडरमा जिला में ठनके की चपेट में आकर एक-एक ग्रामीण की मौत हो गई है.
मानसून की दस्तक के साथ ही झारखंड के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश शुरू हो गई है. बारिश ने जहां एक ओर झारखंड के किसानों के चेहरे पर खुशियां लौटा दी. वहीं दूसरी ओर राज्य भर में हुई बारिश के दौरान व्रजपात ने कहर मचा दिया है. मानसून की सक्रियता और राज्य में व्रजपात से निपटने के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गई है, लोगों को बारिश के दौरान ऊंचे पेड़, बिजली के पोल के समीप नहीं रहने की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही मृतकों को मुआवजा राशि देने की भी प्रक्रिया जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है. रांची मौसम विज्ञान केंद्र के द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अगले 3 दिनों तक झारखंड के अधिकांश जिलों में बारिश के साथ व्रजपात की संभावना व्यक्त की गई है.
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