प्रशांत महासागर में दिखे दो होल्स, वैज्ञानिकों का डर बताया विनाश का कारण ?
भारत समेत पूरी दुनिया में पिछले कुछ समय से कई हिस्सों में बड़े तगड़े भूकंप के झटके महसूस किए गए. हाल ही में तुर्किए मेंआए भूकंप ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई थी. अब हाल ही में प्रशांत महासागर के अंदर वज्ञानिकों ने कुछ ऐसा देखा है जिसे देख उन्हें डर है कि धरती पर सबसे बड़ा संकट खड़ा हो सकता है. बता दें कि वैज्ञानिकों को प्रशांत महासागर में फॉल्ट लाइन पर कई बड़े छेद मिले हैं. ये फॉल्ट लाइन कनाडा के वैंकुवर से अमेरिका के कैलिफोर्निया तक फैली हुई है. प्रशांत महासागर के इस क्षेत्र को कैस्केडिया सब-डक्शन ज़ोन (CSZ) के तौर पर पहचाना जाता है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, उन्होंने प्रशांत महासागर के तल में इस तरह की संरचनाएं पहली बार देखी हैं. उनका कहना है कि हालात ऐसे ही बने रहे तो धरती पर सबसे बड़ा खतरा प्रशांत महासागर के तल में मौजूद इस छेदों की वजह से ही आएगा. इन छेदों के कारण आने वाला भूकंप धरती पर मौजूद हर चीज को तबाह करने के लिए काफी होगा.
Researchers at the University of Washington discovered a large amount of warm, "chemically distinct" liquid shooting up from the seafloor in the Cascadia Subduction Zone off the coast of Newport, Oregon. https://t.co/tam6eng2zk pic.twitter.com/lFWzMhwq6z
— IGN (@IGN) April 14, 2023
होल्स से आएगा भूकंप….
वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रशांत महासागर में मौजूद इन बड़े होल्स से लगातार खास तरह का गर्म तरल पदार्थ रिस रहा है. यही नहीं जहां ये घटना हो रही है. वह ठीक वहां है, जहां जमीन में दो तरह की टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं. वैज्ञानिकों ने अंदेशा लगाया है कि यह गरम तरल पदार्थ ऐसे ही निकलता रहा तो प्लेट्स बेकाबू हो जाएंगी जिसके वजह से तबाही मचाने वाले भूकंप के झटके आ सकते हैं. इतना ही नहीं, महासागर में भयंकर भूकंप आने पर विनाश करने वाली सुनामी भी आ सकती है.
क्यों डर रहे वैज्ञानिक…
प्रशांत महासागर के तल में इस फॉल्ट लाइन पर वैज्ञानिकों को बड़े होल मिले हैं, जिनसे अजीबोगरीब गर्म फ्लूड का रिसाव हो रहा है. चूंकि CSZ वह जगह है जहां जमीन के अंदर दो प्लेटें टकराती हैं. इसलिए वैज्ञानिक ऐसा मान रहे हैं कि जिस फ्लूड का रिसाव हो रहा है वह इन प्लेटों को नियंत्रित करने वाला हो सकता है. फॉल्ट लाइन पर पानी का तापमान 300 से 500 फारेनहाइट के करीब होता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह रिसाव अगर लगातार जारी रहा तो प्लेटें अनियंत्रित हो सकती है. जाे भयंकर भूकंप का कारण बन सकता है यही भूकंप सुनामी बनकर बड़ी तबाही ला सकता है.
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