Wildlife SOS ने सर्दियों में स्लॉथ भालुओं के लिए खास व्यवस्थाएं, खाने में किया परिवर्तन

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उत्तर भारत में तापमान में गिरावट के साथ ही वन्यजीव संरक्षण एनजीओ वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस अपनी देखरेख में रह रहे स्लॉथ भालुओं के लिए यूपी के आगरा में अपने केंद्र पर विशेष व्यवस्थाएं कर रही है. बढ़ती ठंड में देखभाल प्रबंधन योजनाओं के रूप में एनजीओ स्लॉथ भालुओं को गर्म रखने के लिए कई उपाय अपना रही है.

 

Wildlife SOS Sloth Bears

 

दरअसल, भारत के उत्तरी भागों में भीषण ठंड पड़ रही है, जिसको देखते हुए वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस ने अपनी देखरेख में रह रहे भालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं. भालुओं के खाने में परिवर्तन उनमें से सबसे अधिक ध्यान देने योग्य और महत्वपूर्ण उपायों में से एक है. आगरा बियर रेस्क्यू फैसिलिटी, दुनिया की सबसे बड़ी स्लॉथ बियर रेस्क्यू फैसिलिटी है, जहां स्लॉथ भालू गर्म दलिया, मुरमुरे और गुड़ से युक्त विशेष शीतकालीन आहार का आनंद ले रहे हैं.

 

Wildlife SOS Sloth Bears

 

ये भालू रेस्क्यू किये जाने से पहले क्रूर ‘डांसिंग बियर’ व्यापार के शिकार थे और दयनीय परिस्थितियों में एनजीओ के केंद्र पर पहुंचे थे. वे ज्यादातर शारीरिक रूप से कमजोर और गंभीर रूप से आघातग्रस्त थे. रोग प्रबंधन में विशेषज्ञता, विशेष पशु चिकित्सा देखभाल के साथ-साथ उचित खान-पान ने उनको इससे उभरने में मदद की है.

Wildlife SOS Sloth Bears

दिन में अधिकांश समय, भालू सर्दियों में मिट्टी के गड्ढों या झूलों में आराम करते हुए देखे जा सकते हैं. आगरा में तापमान काफी हद तक गिर जाता है, यही कारण है कि भालुओं के देखभाल कर्मचारियों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण जो जाता है कि उनके आराम का विशेष ध्यान रखा जाए. संस्था की देखरेख में रह रहे वृद्ध भालू को ठंड से बचाने के लिए उनके बाड़ों को तिरपाल की चादरों से ढक दिया जाता है. साथ ही, ऊनी कंबल और सूखी घास के साथ गर्म बिस्तर तैयार किया जाता है और हैलोजन लैंप और हीटर उनके कमरों में लगाए जाते हैं.

 

Wildlife SOS Sloth Bears

 

बैजूराज एम.वी, डायरेक्टर कंजर्वेशन प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस ने कहा ‘सर्दियों में देखभाल भालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, इसलिए पशु-चिकित्सा टीम प्रोटीन के साथ लीवर टॉनिक और विटामिन सप्प्लिमेंट्स भी देती है. यह हमारी प्राथमिकता रहती है कि उनके स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाए!’

वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस के सह-संस्थापक और सी.ई.ओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा ‘हमारी पशु-चिकित्सकों और देखभाल कर्मचारियों की टीम हर साल सर्दियों में देखभाल प्रबंधन योजनाओं को और भी बेहतर बनाने पर विचार करते हैं. ये उपाय भालुओं को आवश्यक गर्मी प्रदान करने के साथ-साथ एक सक्रिय जीवन शैली के लिए महत्वपूर्ण हैं. हमारे लिए यह सुनिश्चित करना ज़रूरी हैं कि जब बात जानवरों की देखभाल की हो तो कोई कमी नहीं होनी चाहिए.’

 

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