भारतीय वायुसेना को मिली नई ताकत, जानें लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ की खासियत
भारतीय सेनाओ का आज का दिन ऐतिहासिक है। क्यूंकि भारतीय वायुसेना (Indian Air Force, IAF) को आज एक नई ताकत मिल गई है वहीं भारतीय वायुसेना का युद्ध कौशल बढ़ने के लिए आज सेना में देश का पहला स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर “Light Combat Helicopter” शामिल हुआ. जहां पहले जत्थे में वायुसेना को 10 हेलिकॉप्ट मिले। स्वदेसी रूप से निर्मित इस हेलीकॉप्टर को जोधपुर वायुसेना में शामिल किया गया इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी मौजूद रहे। उन सभी की उपस्थिति में इस “Light Combat Helicopter” का नामकरण किया गया जिसमे इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर का नाम ‘प्रचंड’ रखा गया है।
क्या है खासियत
इन हेलीकॉप्टर को खास तौर पर पहाड़ी इलाकों पर मिशन को अंजाम देने के लिए बनाया गया है. इन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने किया है. इस हेलीकॉप्टर को लड़ाकी हेलीकॉप्टर ध्रुव की तरह की बनाया है. इसमें कुछ नई तकनीक को भी जोड़ा गया है. इसमें रात में हमला करने, इमरजेंसी में सुरक्षित उतरने के अलावा, बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली और रडार से बचने जैसी तकनीक जोड़ी गई है. यह दुश्मन को चकमा देने में सक्षम है. ये हेलीकॉप्टर मिसाइल, मशीन गन और खतरनाक बमों से लैस हो सकते हैं. इन हेलीकॉप्टर में दो लोग बैठ सकते हैं. लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर पर एक 20 mm की M621 कैनन या फिर नेक्स्टर टीएचएल-20 टरेट गन लगा सकते हैं. चार हार्डप्वाइंट्स में रॉकेट, मिसाइल या बम फिट किए जा सकते हैं. 51.10 फीट लंबे हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 15.5 फीट है. इसका वजन 5800 किलोग्राम है. यह 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. कॉम्बैट रेंज 550 किलोमीटर है. एक बार ईंधन भरने के बाद यह लगातार सवा तीन घंटे तक उड़ान भर सकते हैं.
इससे जुडी बातें:
-यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं।
-इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक में स्वदेश विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपये में खरीदने की मंजूरी दी गई थी।
– इन 15 हेलीकॉप्टरों में से 10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए हैं।
-इन हेलीकॉप्टरों को सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है
#WATCH | The first indigenously developed Light Combat Helicopters (LCH) inducted into Indian Air Force at Jodhpur, in the presence of Defence minister Rajnath Singh and IAF chief Air Chief Marshal VR Chaudhari pic.twitter.com/sh3fqkTprg
— ANI (@ANI) October 3, 2022