कानपुर: शहर में बैन हुए पिटबुल और रॉटविलर नस्ल के कुत्ते, मेयर ने कही ये बात
कानपुर नगर निगम में प्रस्ताव पारित कर पिटबुल, अमेरिकन बुली और रॉटविलर नस्ल के खतरनाक कुत्तों के पालने पर बैन लगा दिया है. इतना ही नहीं अगर किसी के पास इस नस्ल का कुत्ता है तो उसे एफिडेविट देना होगा. अगर यह कुत्ता किसी को काट लेता है तो उसके मालिक पर केस दर्ज किया जाएगा. कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे ने कहा कि जनता की सुरक्षा के लिए पिटबुल और रॉटविलर को अब शहर की सीमा से प्रतिबंधित कर दिया गया है. एक घटना के बाद जहां सरसैया घाट पर एक पिटबुल कुत्ते ने एक गाय पर हमला किया और पिटबुल कुत्ते के हमलों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
Kanpur, UP | In order to protect the public, Pitbull & Rottweiler is now banned from the city limits. After an incident where a Pitbull dog attacked a Cow at Sarsaiya Ghat and in view of increasing incidents of Pitbull dog attacks, this decision was taken. : Mayor Pramila Pandey pic.twitter.com/Bx0fdg8zkF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 27, 2022
मेयर प्रमिला पांडे ने आगे कहा कि ऐसी स्थिति में नगर निगम खुद से मालिक पर केस दर्ज कराएगा. साथ ही कुत्ते के मालिक पर 5 हजार रुपये का जुर्माना और उसके कुत्तों को अपनी कस्टडी में लिया जाएगा. ऐसे कुत्तों को पहले लोग बड़ी जगहों पर बड़े बंगलों पर और अपने फार्म हाउस पर पाला करते थे. लेकिन अब इन्हें छोटे-छोटे घरों में पाला जा रहा है. जिस पिटबुल ने गाय के मुंह को काटा था उसके मालिक भी अपने कुत्ते को छोटे से कमरे में पाल रहा था. नगर निगम ने आनन-फानन में आदेश तो पारित कर दिया. लेकिन नगर निगम के पास ऐसा कोई भी डाटा नहीं जिससे यह पता लगाया जा सके कि शहर में कितने आवारा कुत्ते गलियों में घूम रहे हैं. यही नहीं कितने परिवारों ने अपने पेट डॉग को पाल रखा है इसके बारे में भी कोई डेटा नहीं है
कानपुर के सरसैया घाट पर ‘पिटबुल कुत्ते’ ने कर दिया गाय पर हमला।
– ग्रामीणों की काफी देर की मशक्कत के बाद गाय को पिटबुल की कैद से छुड़ाया जा सका।
– इस बीच पिटबुल डॉग ने गाय का जबड़ा चबा लिया।
– इस घटना के बाद घाट पर जाने से कतरा रहे हैं सैलानी।— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) September 22, 2022
जानकारी के मुताबिक, अब तक 750 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन लोगों ने कराया है. लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर में करीब 10 हजार के करीब कुत्ते लोगों के घरों में पल रहे हैं. ऐसे में यह पता लगाना बड़ा मुश्किल होगा कि कहा पिटबुल, अमेरिकन बुली और रॉटविलर जैसे कुत्तों को पाला जा रहा है. बता दें पिछले दिनों लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और कानपुर में भी पिटबुल के जानलेवा हमले की वारदात सामने आई थी.