योगी मंदिर में चढ़ाया चांदी का छत्र, अखिलेश पर कसा तंज, मायावती की तोड़ी थी मूर्ति, जाने अमित जानी के बारे में
अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रचारक प्रभाकर मौर्य पुत्र जगन्नाथ मौर्य ने योगी का मंदिर बनवाया है. मंदिर में सुबह-शाम पूजा-अर्चना और भव्य आरती होती है. साथ ही प्रसाद भी चढ़ाया जाता है. अब इस मंदिर में भक्तों का जाना भी शुरु हो गया है. यह मंदिर राम जन्मभूमि से लगभग 25 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाईवे पर भरत कुंड के पास बना है. उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना (यूपीएनएस) के मुखिया अमित जानी पिछले कुछ अर्से से खुद को योगी के ‘कट्टर भक्त’ बनने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. सबसे पहले पहुंचे अमित जानी ने योगी की मूर्ति की पूजा-अर्चना की और 1.25 किलोग्राम का एक चांदी का छत्र भी चढ़ाया.
अयोध्या: उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी ने योगी मंदिर पहुंचकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्ति की पूजा की और 1.25 किलोग्राम चांदी का छत्र भी चढ़ाया। (21.09) pic.twitter.com/Jov8lj1Xwz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2022
योगी को बताया कलयुग का अवतार…
योगी मंदिर पहुंचकर अमित जानी ने कहा
‘कोई व्यक्ति यदि योगी जी जैसे संत को मंदिर में स्थापित कर रहा है तो इसमें कुछ भी धर्म विरोधी नहीं है. योगी जी क्षत्रिय हैं, धनुष बांण क्षत्रियों का आभूषण हैं. धनुष यदि योगी जी के हाथ में नहीं होगा तो क्या आज़म खान, मुख़्तार अंसारी जैसे दानवों के हाथ में होगा? योगी जी कलयुग का अवतार हैं. जिन्होंने गौरक्षा, धर्म रक्षा में जीवन लगा दिया. उत्तर प्रदेश की असुरी शक्तियों को ठिकाने लगाने मे उनकी बड़ी भूमिका है. उनके आने से दानवों में खलबली है. यही रामराज्य की पराकाष्ठा है.’
अखिलेश यादव पर कसा तंज…
अमित जानी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा
‘योगी जी के मंदिर का निर्माण हो गया तो अखिलेश क्यों चिढ़ गये? उनके भी बहुत समर्थक है जो उनके नाम से ‘टीपू मदरसा इस्लामिया’ या ‘औरंगजेब मदरसा’ बना सकते है. खुद के हाथ में सुदर्शन चक्र के साथ बनाई गयी पेंटिंग को देखकर अखिलेश मंत्रमुग्ध होकर खुद को श्रीकृष्ण समझने लगते हैं. जबकि एक संत के मंदिर से जल भुन गये है.’
लंबी है अमित जानी के कारनामों की लिस्ट…
1- यूपीएनएस के मुखिया अमित जानी ने यूपी की राजधानी लखनऊ में पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमों मायावती की प्रतिमा को 26 जुलाई, 2012 को क्षतिग्रस्त कर पहली बार विवादों में आए थे. जिसके आरोप में करीब 4 महीने लखनऊ जेल की सलाखों के पीछे गुजारने पड़े थे.
2- अमित जानी ने साल 2016 में दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में देश विरोधी नारेबाजी मामले के बाद तब के जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया को गोली मारने की धमकी दी थी. कन्हैया को धमकी देने के मामले में अमित जानी को गिरफ्तार भी किया गया था.
3- अमित जानी ‘योगी फॉर पीएम’ मुहिम के नाम पर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी आवाज उठा चुके हैं. लखनऊ में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ और सीएम योगी के पक्ष में होर्डिंग लगवाए. ताजमहल को लेकर फेसबुक पर की गई टिप्पणी पर उनकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है.
4- अमित जानी ने जेएनयू में छात्र नेता उमर खालिद की हत्या के लिए तमंचा भेजा. यूपी से कश्मीरियों को भगाने के लिए पोस्टर लगवाए और कश्मीर में जाकर पत्थरबाज को पीटकर वीडियो वायरल किया और मॉब लिंचिंग में शामिल विवादित लोगों को अपने संगठन से चुनाव लड़ाने का ऐलान किया.
5- अमित जानी ने फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान से नाराज होकर उनके पाकिस्तान जाने के लिए हवाई टिकट भेजा.
6- अमित जानी ने आजम खान से खुद की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी.
7- अमित जानी कभी पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी माने जाते थे. पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने खुद को सपा कार्यकर्ताओं से जान का खतरा बताया था.
बता दें अमित जानी का पूरा नाम अमित अग्रवाल ‘जानी’ है. वो यूपी के मेरठ के जानी क्षेत्र के रहने वाले हैं. सपा के सत्ता में रहने के दौरान अमित जानी कट्टर सपा समर्थक के रूप में दिखे. सपा में भी कभी मुलायम सिंह भक्त बने तो कभी अखिलेश यादव तो कभी शिवपाल यादव समर्थक. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने तो जब अमित जानी को भाव नहीं दिया तो अमित जानी अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के पीछे हो लिए. शिवपाल सिंह यादव ने अमित की भक्ति से खुश होकर नवंबर, 2019 में अमित जानी को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी युवजन सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था.