उपाध्यक्ष पद से पनगढ़िया ने दिया इस्तीफा
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अब अपने पद को छोड़ना चाहते हैं क्योंकि वो फिर से अपनी पुरानी दुनिया यानी की अध्यापन की तरफ लौटना चाहते हैं। आप को बता दें कि अरविंद पनगढ़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि वह नीति आयोग से इस्तीफा दे रहे हैं और अमेरिकी शिक्षा जगत में लौटना चाहते हैं।
कोलंबिया विश्वविद्यालय से लिया था अवकाश
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नीति आयोग में काम करने के लिए पनगढ़िया ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से अवकाश लिया था। उन्होंने अपने पत्र में कहा उनकी छुट्टी 31 अगस्त को समाप्त हो रही है और उसे बढ़ाना संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपनी विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षण की नौकरी जारी रखना चाहते हैं। जिसके बाद अब वो 31 अगस्त तक पद पर बने रहेंगे।
कई बड़े संस्थाओं के साथ कर चुके हैं काम
आप को बता दें कि पनगढ़िया कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर है और एशियन डेवलपमेंट बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुक हैं। अरविंद पनगढ़िया ने अब तक कई सस्थाओं के लिए काम कर चुके हैं। इन सस्थानों में वर्ल्ड बैंक डब्ल्यूटूओ और यूनसीटीएडी संस्थाएं शामिल हैं।
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2014 में बनें थे नीति आयोग के उपाध्यक्ष
आप को बता दें कि साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने 65 साल पुराने योजना आयोग की जगह पर नीति आयोग का गठन किया। इस नीति आयोग के उपाध्यक्ष के तौर पर अरविंद पनगढ़िया को नियुक्त किया गया।
नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं
इसके साथ ही नीति आयोग के सदस्यों में अर्थशास्त्री बिवेक देबराय औऱ डीआरडीओ के पूर्व प्रमुख वीके सारस्वत को इसका पूर्ण कालिक सदस्य बनाया गया। नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
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