सपा के पत्र के बाद राजभर ने की प्रेसवार्ता, अखिलेश को हां में हां मिलाने वाले लोग पसंद, तलाक के पीछे 9 मौलाना, CM योगी-मायावती पर भी बोले
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर फिर से हमला बोला है. राजभर ने अखिलेश पर जमकर वार किये. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को वही लोग पसंद हैं जो उनकी हां में हां मिलाएं. इसके अलावा राजभर ने सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती को लेकर भी अपना बयान दिया.
Today they (SP) have given divorce & we've accepted that. Next step is BSP. When I meet CM Yogi Adityanath it's bad for them but it's good if Akhilesh Yadav meets CM. Everything will be clear by 2024. We fight for Dalits & backwards & will continue to do so: SBSP chief OP Rajbhar pic.twitter.com/NkG3fi7wfr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 23, 2022
राजभर के प्रेस कांफ्रेंस की बातें इन पॉइंट्स में समझे
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘अखिलेश यादव के तलाक को मैं स्वीकार करता हूं. इस तलाक के पीछे मौलाना संदीप भदौरिया, अरविंद सिंह और नरेश उत्तम पटेल समेत अखिलेश के नौ रत्न हैं. ये वही लोग हैं जो अपना बूथ तक नहीं जिता सकते.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘समाजवादी पार्टी किसी के साथ ज्यादा दिन नहीं रहती. ये न कांग्रेस के साथ ही टिक सके और न ही बसपा के साथ.’
- सपा का पत्र जारी होने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘मैं उनको सुझाव देता रहा लेकिन उनको मेरी यही बात बुरी लगी. उनको सुर में सुर मिलाकर बात करने वाला नेता चाहिए. मैं आज भी कह रहा हूं कि वो पाल, प्रजापति और कश्यप किसी को भी पार्टी में जगह देना नहीं देना चाहते.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘अगर मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूं तो बुरा है, लेकिन वो या उनके पिता मुलायम सिंह मिलें तो अच्छा है. मैं जिससे चाहता हूं उससे मिलता हूं. मेरे संबंधों पर कोई उंगली नहीं उठा सकता. अगर कोई सोचे कि मैं वही करूं जो वो कहे तो ये नहीं हो सकता. मैं किसी का गुलाम नहीं हूं.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘ईश्वर करे कि वो एसी से बाहर न निकलें. वह एसी घर में बने रहने के लिए है. दलितों व वंचितों की लड़ाई उनके बस की नहीं है.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘मैंने दलितों-पिछड़ों की हिस्सेदारी मांगी. लेकिन, उन्होंने कभी गंभीरता से नहीं लिया. मैंने आजमगढ़ के लिए कई नाम सुझाए, लेकिन उनको सिर्फ यादव और मुसलमान उम्मीदवार ही चाहिए था.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘अभी तो दो ही लेटर जारी हुए हैं, 2024 का चुनाव आने दो फिर देखना कितने लेटर जारी होंगे.’
- ओमप्रकाश राजभर ने बसपा के साथ जुड़ने पर कहा ‘अभी बात नहीं हुई है. जब बात फाइनल हो जाएगी मैं सबको बता दूंगा. अभी मेरी शिवपाल यादव से बात नहीं हुई है. जैसे ही बात होगी मैं भविष्य की रणनीति बताऊंगा.’
- ओमप्रकश राजभर ने कहा ‘सपा में कोई भी नेता दलितों-पिछड़ों की बात नहीं कर सकता. अगर कोई हिस्सेदारी मांगेगा तो जुबान काट ली जाएगी. विधानसभा चुनाव और लोकसभ चुनाव में मैंने पिछड़ों के लिए हिस्सेदारी मांगी. लेकिन, उसे नजरअंदाज किया गया. मेरी बात उनको नागवार लगी उसी का नतीजा है कि आज तलाक हो गया.’
- ओमप्रकाश राजभर ने कहा ‘सियासत का रूप बदलता रहता है. पहले भी भाजपा व पीडीपी एक साथ गठबंधन कर चुके हैं. सपा के कितने विधायक उनके संपर्क में हैं. इस बात को वह हंसी में टाल गए.’
बता दें शनिवार को समाजवादी पार्टी ने प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर पत्र जारी किया. इस पत्र में कहा गया कि आपको जहां अधिक सम्मान मिले, आप जाने के लिए स्वतंत्र हैं. इसके कुछ ही देर बाद राजभर ने प्रेस कांफ्रेंस कर अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है.