आज है इस डकैत की पुण्यतिथि, चुनाव लड़ने के लिए नेता लेते थे इजाजत, फतेहपुर में बना है मंदिर
सोशल मीडिया पर शुक्रवार को खतरनाक डकैत शिव कुमार पटेल उर्फ ददुवा की पुण्यतिथि मनाई जा रही है. सोशल मीडिया पर ददुवा के समर्थक फोटो लगाकर उसका महिमा मंडन कर रहे हैं. साथ ही ददुवा के भाई पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल और पुत्र पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल व भतीजे प्रतापगढ़ विधायक रामसिंह पटेल के फोटो भी श्रद्धांजलि के संदेशों में लगाए गए हैं.
नामी-गिरामी दस्यु सरगना ददुवा का नाम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और खासकर बुंदेलखंड काफी ज्यादा प्रसिद्ध था. फतेहपुर जिले के कबरहा गांव में ददुवा का मंदिर बनाया गया है. इसमें ददुवा की मूर्ति लगी है और वहां ख़ास आयोजन भी किये गए हैं. बताया जाता है कि रिकॉर्ड में लगी फोटो के अलावा ददुवा को किसी ने नहीं देखा था.
बता दें 70 के दशक में ददुवा का नाम चंबल के बीहड़ों में दहशत का पर्याय था. लगभग 30 साल चले ददुवा के आतंक का आलम यह था कि अगर किसी को प्रधान, विधायक और सांसद का चुनाव लड़ना होता था तो ददुवा के आगे चढ़ावा चढ़ाना पड़ता था. हर चुनाव की फीस तय थी और इसके बिना कोई भी नेता चुनाव में आगे नहीं बढ़ सकता था.
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, ददुवा पर 400 मामले दर्ज थे, जिनमें 200 डकैती, अपहरण और 150 हत्याएं शामिल थीं. पुलिस और एसटीएफ ने मानिकपुर थाना क्षेत्र के आल्हा गांव के पास झालवाल में 22 जुलाई, 2007 को एनकाउंटर में 6 लाख के इनामी ददुवा को मार गिराया था.