नरेंद्र मोदी बने बिहार विधानसभा में पहुंचने वाले पहले प्रधानमंत्री, नीतीश बोले- ये मामूली बात नहीं

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पीएम नरेंद्र मोदी अपने झारखंड दौरे के बाद मंगलवार को बिहार पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने बिहार विधानसभा परिसर में शताब्दी स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने पटना में बिहार विधान सभा संग्रहालय भवन और अतिथिशाला का शिलान्यास भी किया.

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा ‘शताब्दी स्मृति स्तंभ बिहार के गौरवशाली अतीत का प्रतीक तो बनेगा ही साथ ही ये बिहार की कोटि-कोटि आकांक्षाओं को भी प्रेरणा देगा. बिहार का ये स्वभाव है कि जो बिहार से स्नेह करता है, बिहार उसे वो प्यार कई गुना करके लौटाता है. आज मुझे बिहार विधानसभा परिसर में आने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य भी मिला है. मैं इस स्नेह के लिए बिहार के जन-जन को हृदय से नमन करता हूं.

पीएम मोदी ने ‘बिहार ने आज़ाद भारत को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के रूप में पहला राष्ट्रपति दिया. लोकनायक जयप्रकाश, कर्पूरी ठाकुर और बाबू जगजीवन राम जैसे नेतृत्व इस धरती पर हुए. जब देश में संविधान को कुचलने का प्रयास हुआ तो भी उसके खिलाफ बिहार ने सबसे आगे आकर विरोध का बिगुल फूंका.’

पीएम मोदी ने कहा ‘विश्व में लोकतन्त्र की जननी हमारा भारत है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है और बिहार की गौरवशाली विरासत, पाली में मौजूद ऐतिहासिक दस्तावेज़ भी इसके जीवंत प्रमाण हैं. बिहार के इस वैभव को न कोई मिटा सकता है, न छिपा सकता है.’

पीएम मोदी ने कहा ‘दशकों से हमें ये बताने की कोशिश होती रही है कि भारत को लोकतंत्र विदेशी हुकूमत और विदेशी सोच के कारण मिला है. लेकिन, कोई भी व्यक्ति जब ये कहता है तो वो बिहार के इतिहास और बिहार की विरासत पर पर्दा डालने की कोशिश करता है. जब दुनिया के बड़े भूभाग सभ्यता और संस्कृति की ओर अपना पहला कदम बढ़ा रहे थे, तब वैशाली में परिष्कृत लोकतन्त्र का संचालन हो रहा था. जब दुनिया के अन्य क्षेत्रों में जनतांत्रिक अधिकारों की समझ विकसित होनी शुरू हुई थी, तब लिच्छवी और वज्जीसंघ जैसे गणराज्य अपने शिखर पर थे.’

पीएम मोदी ने कहा ‘आजादी के बाद इसी विधानसभा में जमींदारी उन्मूलन अधिनियम पास हुआ. इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, नीतीश जी की सरकार ने बिहार पंचायती राज जैसे अधिनियम को पास किया. इस अधिनियम के जरिए बिहार पहला ऐसा राज्य बना जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया.’

पीएम मोदी ने कहा ‘बिहार विधानसभा का अपना एक इतिहास रहा है और यहां विधानसभा भवन में एक से एक, बड़े और साहसिक निर्णय लिए गए हैं. आज़ादी के पहले इसी विधानसभा से गवर्नर सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा जी ने स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहित करने, स्वदेशी चरखा को अपनाने की अपील की थी.’

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में शताब्दी समारोह के समापन के मौके पर कहा ‘आज इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उपस्थित हुए हैं तो हम सब उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हैं. ये पहली बार बिहार विधानसभा के परिसर में कोई प्रधानमंत्री आए हैं तो ये कोई मामूली बात नहीं है.’

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