UP : वाराणसी जेल में कैदियों का तांडव
वाराणसी। वाराणसी जिला जेल पर शनिवार को लगभग आठ घंटे तक कैदियों का कब्जा रहा। इस दौरान उन्होंने जमकर तांडव मचाया। जेल में कथित भ्रष्टाचार एवं अव्यवस्था का विवाद शनिवार को इतना हिंसक रुप ले लिया कि इसमें डिप्टी जेलर अजय कुमार समेत अनेक जेलकर्मी एवं कैदी लोग घायल हो गए, जिसमें डिप्टी जेलर अजय कुमार की हालत नाजुक बनी हुई है।
कैदियों के तांडव का आलम यह था कि जेल अधीक्षक आशीष तिवारी को कैदियों ने छह घंटे तक बंधक बनाये रखा। जिलाधिकारी राजमणि यादव ने बताया कि अब स्थित लगभग सामान्य हो गई है।
पूरे मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कराने का आदेश दे दिया गया है। जांच अधिकारी से अपनी रिपोर्ट जल्द से जल्द देने को कहा गया है तथा जांच पूरी होने तक जेल अधीक्षक को हटाकर उनका कार्यभार एसीएम चतुर्थ को सौंप दिया गया है।
शाम होते-होते थम गया हंगामा
सुबह जब जेल के अधीक्षक और डिप्टी जेलर राउंड पर थे तब एक कैदी से जेल अधीक्षक के विवाद के बाद मैदान में मौजूद तकरीबन 300 कैदी भड़क गए और दोनों अफसरों को दौड़ा लिया। जब जेल प्रशासन ने सख्ती करनी चाही तो बंदियों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। उनकी जेल के अफसरों से कई तरह की शिकायतें हैं।
हंगामे में डिप्टी जेलर अजय राय बुरी तरह से ज़ख्मी हो गए और जेल अधीक्षक को कैदियों ने बंधक बना लिया। अधीक्षक को छोड़ने के लिए उन्होंने प्रशासन के सामने कई मांगें रख दीं। उनकी एक शिकायत जेल के अंदर पनप रहे करप्शन को लेकर भी थी। कैदियों को मनाने के लिए समाजवादी पार्टी के कुछ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी जेल में गए।
तकरीबन सात घंटे की मशक्कत के बाद जेल अधीक्षक को छोड़ दिया गया लेकिन इससे पहले कैदियों ने जेल अधीक्षक और डिप्टी जेलर को हटाने का वादा ले लिया।
वाराणसी जेल में 800 कैदियों की जगह है लेकिन यहां 1860 कैदी हैं। आरोप है कि इन कैदियों को जेल में परेशान न करने के एवज में पैसा लिया है। जो लोग पैसा नहीं दे पाते हैं उनको तरह-तरह से परेशान किया जाता है।