राकेश कुमार ने शुक्रवार को हमवतन श्याम सुंदर स्वामी को हराकर कंपाउंड मेन ओपन वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। इस तरह भारत ने 7वीं फाजा पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग चैंपियनशिप-दुबई 2021 में पांच पदकों के साथ अपना अभियान समाप्त किया। कुल मिलाकर, भारत तीसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिता के अंतिम दिन, भारत ने एक स्वर्ण और दो रजत जीते। दूसरा रजत ज्योति बलियान ने जीता।
एक अखिल भारतीय फाइनल में, राकेश (29-28-30-28-28), स्वामी (26-26-28-28-27) के खिलाफ पहले आगे रहे और अंत तक अपनी बढ़त बनाए रखा। अंतिम स्कोर 143-135 रहा।
स्वामी ने कहा, यह एक अच्छा अनुभव था। अब हम मुकाबलों मे वापस आ गए हैं और हवा की स्थिति में शूटिंग करने के लिए अभ्यास कर रहे हैं। वल्र्ड पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप के लिए हम फिर से यहां आएंगे। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों के लिए हमारी तैयारी जारी है।
कंपाउंड वूमेन ओपन फाइनल में, बलियान (27-19-27-28-27) ने अंत तक प्रतियोगिता में बने रहने के लिए बहुत लचीलापन दिखाया लेकिन भारतीय अंतिम में रूस के स्टेपानिडा अर्तखिनोवा (26-23-26-26-29) 130-128 से हारकर रजत जीतने में सफल रहीं।
बलियान ने कहा, मैंने कड़ी मेहनत की लेकिन जीत नहीं सकी। हालांकि, मैं रजत और यहां से कुछ अनुभव लेकर खुश हूं। मैं चेक गणराज्य में होने वाले अंतिम क्वालीफाइंग स्पर्धा के जरिए पैरालम्पिक खेलों के लिए कोटा सुरक्षित करूंगी।
गुरुवार को पैरा तीरंदाज हरविंदर सिंह और पूजा ने रिकर्व ओपन मिक्स्ड टीम स्वर्ण पदक जीता था।
कुल मिलाकर, भारत पदक तालिका में में 5 पदकों (2 स्वर्ण, 3 रजत) के साथ तीसरे स्थान पर रहा। 8 पदक (3 स्वर्ण, 2 रजत, 3 कांस्य) के साथ तुर्की ने पहला और 4 पदक (3 स्वर्ण और 1 रजत) के साथ रूस दूसरे स्थान पर रहा।
यह भी पढ़ें: पैरा तीरंदाजी : भारत ने दूसरे दिन पक्के किए 2 रजत और 1 स्वर्ण पदक
यह भी पढ़ें: इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए तय हुई उम्र सीमा, ICC का किया बड़ा ऐलान
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]