छग : राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी पूरी, फोन व पेन पर बैन
राष्ट्रपति चुनाव के लिए छत्तीसगगढ़(Chhattisgarh) विधानसभा सचिवालय ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। निर्वाचक मंडल के सदस्यों के लिए यह निर्देश प्रसारित किए गए हैं कि प्रतिबंधित क्षेत्र में वे मोबाइल फोन और अपनी कलम लेकर प्रवेश नहीं करेंगे। मोबाइल फोन सेट और पेन रखने के लिए सूचना कार्यालय खुला रहेगा, जहां उनके लिए निर्धारित पिजन हॉल में वे इन चीजों को रख सकते हैं।
विधानसभा सचिव एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी देवेंद्र वर्मा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक बी.एच. अनिल कुमार भी रायपुर पहुंचे और उन्होंने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डी.डी. सिंह के साथ संपूर्ण व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि प्रेक्षक ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के पालन पर जोर दिया और उन्होंने यह प्रकट किया कि प्रवेश अत्यंत सीमित एवं नियंत्रित होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा के मुख्य भवन में किसी भी हथियारयुक्त सुरक्षा कर्मी को प्रवेश की पात्रता नहीं रहेगी। राष्ट्रपति निर्वाचन के लिए इस बार निर्वाचन आयोग ने अपना अधिमान्य अंकित करने के लिए निर्वाचक मंडल के सदस्यों के लिए विशेष कलम की व्यवस्था की है। सदस्यों को अपना अधिमान्य उसी कलम से अंकित करना आवश्यक है।
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राष्ट्रपति चुनाव के लिए केवल दो प्रत्याशी रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार हैं। कोविंद केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के उम्मीदवार हैं और संख्याबल उनके साथ है। वहीं, कांग्रेस सहित 18 पार्टियों की उम्मीदवार मीरा कुमार को उम्मीद है कि देशभर के सांसद और विधायक अगर ‘अंतरआत्मा की आवाज’ पर मतदान करें, तो वह जीत सकती हैं। वह इस चुनाव को विचारधारा की लड़ाई बता चुकी हैं।
उनका मानना है कि कोविंद जिस विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं, वह विचारधारा इस देश को आजाद कराने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या और गुजरात दंगों में हजार से ज्यादा बेगुनाह इंसानों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। उन्हें भरोसा है कि संकीर्ण सांप्रदायिक विचारधारा से ऊपर उठकर संविधान सम्मत लोकतंत्र में आस्था रखने वाले नीतिकार उन्हें जरूर चुनेंगे, क्योंकि यह देश के भविष्य का सवाल है।
राष्ट्रपति निर्वाचन में चूंकि केवल निर्वाचित प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं, इसलिए छत्तीसगढ़ के 90 निर्वाचित प्रतिनिधि मतदान के लिए पात्र हैं, जिसकी अधिकृत सूची भी निर्वाचन आयोग से प्राप्त हो गई है, जो लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
सचिव देवेंद्र वर्मा के मुताबिक, राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए विधानसभा परिसर में मुख्य भवन स्थित समिति कक्ष क्रमांक 2-3 एवं सेंट्रल लॉन का संपूर्ण आधा हिस्सा प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है, जहां केवल निर्वाचक मंडल के सदस्य, प्रेक्षक, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए पासधारक पत्रकार निर्धारित निर्देशों के अंतर्गत पात्र हैं।
इसके अलावा मतदान कार्य में संलग्न अधिकारी एवं कर्मचारी, जिन्हें सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं पीठासीन अधिकारी ने अधिकृत किया है, जारी किए गए पास के आधार पर प्रवेश कर सकेंगे।
राष्ट्रपति के निर्वाचन में वर्तमान परिस्थिति में सुरक्षा के दृष्टिकोण से निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप सहायक निर्वाचन अधिकारी/पीठासीन अधिकारी यथा-समय परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय ले सकेंगे।
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