गरीबों के भगवान हैं डॉ. अशुंमान, करते हैं फ्री में इलाज
आज हमारा देश विकास के मामले में काफी आगे निकल चुका है। चाहे वो तकनीक के क्षेत्र में हो चिकित्सा के क्षेत्र में या फिर देश की सुरक्षा को लेकर हो। इन सब के बावजूद भी हमारे देश की जो सबसे बड़ी समस्या है वो है गरीबी, गरीबी आज भी हमारे देश में जस की तस बनीं हुई है। देश में कुछ लोगों की ये हालत है कि अगर उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार हो जाता है तो वो उसका इलाज तक नहीं करा पाते हैं।
इन्ही सब चीजों को देखते हुए कुछ लोग समाज में हैं जो इन गरीबों का दुख दर्द समझते हैं और बांटने की कोशिश करते हैं। कुछ ऐसा ही कर रहे हैं मशहूर सर्जन डॉ. अंशुमान कुमार जो सप्ताह में एक दिन गरीबों का फ्री में इलाज करते हैं। ग्रेटर नोएडा के कासना में अंशुमान दरी बिछाकर लोगों का इलाज करते हैं। डॉ अंशुमन गरीबों को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशील हैं और उन्हें दवाएं भी मुफ्त में देते हैं।
डॉ. अंशुमन दिल्ली स्थित धर्मशिला कैंसर अस्पताल के डायरेक्टर और चीफ कैंसर सर्जन हैं। एक घटना ऐसी है कि जब एक शिवपाल नाम के मजदूर मकानों में टाइल्स और पत्थर लगा रहे थे तो उनके पैर में खून का फ्लो कम हो गया और पैर उठाने में तकलीफ होने लगी। अब उसे एक तरफ दिहाड़ी छूटने की चिंता और दूसरी तरफ इलाज का खर्च सताने लगा।
शिवपाल को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। डॉक्टर की फीस देते तो खाते क्या? तभी किसी ने शिवपाल को बताया कि इलाके में एक बड़े डॉक्टर हफ्ते में एक बार आते हैं और फ्री इलाज करते हैं। शिवपाल डॉक्टर के पास पहुंच गया। डॉक्टर ने उसे देखा और कहा कि स्मोकिंग के कारण उसके पैरों में खून का प्रवाह कम हो गया है।
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फाइव स्टार क्लीनिक व अस्पताल से निकलकर सीधे इस परिस्थिति में इलाज करने के बारे में पूछे जाने पर अंशुमन ने बताया, जो मैने पाया है उसके तहत सामाजिक जिम्मेदारी है, वही जिम्मेदारी व्यक्तिगत तौर पर मैं निभाने की कोशिश कर रहा हूं।
हर काम हम सरकार के भरोसे नहीं छोड़ सकते। अगर हममें से किसी में ये हुनर है कि वह दूसरे के काम आ सकते हैं तो उन्हें जरूर योगदान देना चाहिए। वह भी यही कर रहे हैं, इसका नाम उन्होंने समर्पण दिया है और यह भी कहा कि ये अनुभव से अनुभूति की ओर कदम है।
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