रामपुर : अब Azam Khan के रामपुर पब्लिक स्कूल की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया जाने वाला है।
हाईलाइट्स
रामपुर में Azam Khan को एक और झटका
सुन्नी वक्फ बोर्ड लखनऊ का बड़ा फैसला
जौहर ट्रस्ट वक्फ संख्या 157 यतीमखाना
यतीमखाना के मुतवल्ली पद से हटाए गए
26 परिवारों को सपा शासनकाल में हटाया था
Azam Khan ने रामपुर पब्लिक स्कूल बनवाया था
करोड़ों की बिल्डिंग बहुत जल्द गिराई जाएगी
90 साल की बुजुर्ग महिला को आवंटन मिला
26 उन्हीं परिवारों को फिर से बसाया जाएगा
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और रामपुर से मौजूदा सांसद Azam Khan की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जेल में बंद Azam Khan को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एक और झटका लगा है। जौहर ट्रस्ट को रामपुर पब्लिक स्कूल के मुतवल्ली पद से हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि उनका रामपुर पब्लिक स्कूल भी गिराया जा सकता है। यह जमीन यतीमों को अलॉट की गई थी, जिस पर Azam Khan ने कथित रूप से कब्जा कर लिया था।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे किया था कब्जा
आरोप है कि 2016 में समाजवादी पार्टी कार्यकाल में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खान ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जौहर यूनिवर्सिटी और रामपुर स्कूल की बिल्डिंग खड़ी की। जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर काफी जमीन पर कब्जा किया गया था, जिसे प्रशासन पहले ही मुक्त करा चुका है।
यतीमखाने की जमीन पर कब्जा करके बना स्कूल
रामपुर पब्लिक स्कूल को आजम खान ने यतीमों को बेघर करके वक्फ 157 में स्कूल के नाम पर बिल्डिंग खड़ी की थी। जौहर ट्रस्ट को वक्फ संख्या 157 की मुतवल्ली के पद पर रखा गया था। उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जौहर ट्रस्ट को इस पद से हटा दिया है। कहा गया है कि यतीमखाना की भूमि से 26 लोगों को बेघर कर ट्रस्ट ने रामपुर पब्लिक स्कूल का निर्माण किया था। इसे वक्फ बोर्ड ने वापस ले लिया है।
सुन्नी बोर्ड करेगा देखरेख
उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि वक्फ की यह संपत्ति आजम खान के जौहर ट्रस्ट ने कब्जा की थी। इसलिए ट्रस्ट के अधिकार सीज किए जाते हैं। जब तक बोर्ड को कोई स्थाई मुतवल्ली नियुक्त नहीं होता, तब तक बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी जुनैद खान वक्फ की संपत्ती के प्रशासन होंगे।
जेल में बंद हैं आजम खान
आपको बता दें कि सांसद आजम खान, उनकी पत्नी विधायक डॉ. तजीन फातमा और उनका बेटा अब्दुल्ला बीते लगभग तीन महीने से जेल में बंद हैं। तीनों को सीतापुर जेल में रखा गया है। तीनों के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं। यतीमखाना प्रकरण, आचार संहिता उल्लंघन और शत्रु संपत्ति के मामलों समेत 70 से ऊपर केस दर्ज हैं।
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