मध्य प्रदेश : कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहे संकट के बादल
लापता 4 विधायकों में से एक कांग्रेस नेता हरदीप सिंह ने इस्तीफा सौंप दिया है। उधर तीन भाजपा विधायकों के भी कांग्रेस खेमे में जाने की अटकलें हैं
मध्य प्रदेश में जारी राजनैतिक उठापटक के चलते कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं। 4 कांग्रेस विधायक पिछले 3 दिनों से लापता हैं। इनमें से एक हरदीप सिंह डांग ने कल सदन से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया।
वहीं आधी रात को इस नाटक में एक और मोड़ आया जब तीन भाजपा विधायकों संजय पाठक, नारायण त्रिपाठी और शरद कौल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की।
गौरतलब है कि 130 सदस्यीय विधानसभा मे कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और उसे 4 निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा विधायक का भी समर्थन प्राप्त है। वहीं भाजपा के सदन में 107 विधायक हैं।
लापता 4 विधायकों में से एक कांग्रेस नेता हरदीप सिंह ने इस्तीफा सौंप दिया है। उधर तीन भाजपा विधायकों के भी कांग्रेस खेमे में जाने की अटकलें हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच शह और मात का खेल जारी है।
क्या है विधानसभा का गणित
- बहुमत के लिए 115 विधायक। कांग्रेस के पास 113 विधायक बचे। अगर डंग का इस्तीफा स्वीकार नहीं होता है तो 114 है।
- मध्य प्रदेश में 230 सदस्यों की विधानसभा है। 2 सदस्यों के निधन के बाद यह संख्या 228 हो गई है।
- कांग्रेस को 2 बसपा, 1 सपा, 4 निर्दलीयों का समर्थन है। 4 निर्दलीयों में से एक गायब है।
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद का चेहरा कौन, सिंधिया, कमलनाथ या कोई और?
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश: CAA के खिलाफ कांग्रेस का कमलनाथ के नेतृत्व में शांति मार्च, बीजेपी ने निकाली समर्थन रैली