8 महीने गायब रहता है ये रहस्यमयी शिव मंदिर
दुनिया कई ऐसे रहस्यों को अपने अंदर समेटे हुए है जिन्हें शायद ही इंसान जानता हो। लेकिन समय-समय पर ये रहस्य सबके सामने किसी न किसी रूप में आते रहते हैं और तब इंसानों के अंदर इन रहस्यों को जानने की जिज्ञासा उमड़ने लगती है। कुछ ऐसा ही रहस्य हम आपको बताने जा रहे है जिसकी कहानी करीब 5 हजार साल पुरानी है।
अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कौन सा रहस्य है जो इतने सालों से एक रहस्य बना हुआ है, और कोई भी इस रहस्य से पर्दा उठाने में कामयाब क्यों नहीं हुआ। दरअसल एक ऐसा मंदिर है जो 5 हजार साल पुराना है और ये मंदिर साल में सिर्फ 4 महीने ही लोगों को दिखाई देता है। इसके बाद ये मंदिर कहां गायब हो जाता है किसी को नहीं पता।
इन 8 महीनों के दौरान ये मंदिर आखिर कहां गायब होजाता है ये एक रहस्य बना हुआ है। भगवान शिव के इस मंदिर में लोगों को सिर्फ 4 महीने ही पूजा करने का अवसर प्राप्त होता है। कहते हैं कि जब पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां समय बिताया था तभी इस विशालकाय शिव मंदिर की स्थापना की गई थी। आप को बता दें कि इस मंदिर के गायब होने के पीछे सिर्फ पानी का करिश्मा है जिसकी वजह से ये गायब हो जाता है।
Also read : ‘मामा शिवराज’ की सरकार से खौफ में है किसान!
ये मंदिर पंजाब में तलवाड़ा शहर से करीब 34 किमी. दूर पोंग डैम की झील पर बना हुआ है। ये मंदिर चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है। पिछले करीब 30 सालों से ये पानी में डूब जाता हैलेकिन इसकी चमक और सुंदरता पर कोई भी असर नहीं पड़ता है। इस मंदिर को बनाने में जिन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है उसे बाथू पत्थर कहते हैं। बाथू पत्थर से बने होने की वजह से इस मंदिर का नाम बाथू लड़ी पड़ा।
मंदिर की दीवारों पर बेहद खूबसूरत और आकर्षित करने वाली आकृतियां बनी हुई हैं। जिसकी वजह भी ये मंदिर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। डैम पर बने बांध की वजह से जब डैम का पानी बढ़ता है तो मंदिर डूब जाता है। 32 साल पहले जब ये बांध बनाया गया था तो ये भारत का सबसे ऊंचा बांध था।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)