पिछले साल की तुलना में घटी 8 कोर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ रेट
इन दिनों देश में बड़े स्तर पर मंदी की चिंता की जा रही है, जो लाज़मी भी है। इसी बीच एक ऐसा आँकड़ा भी सामने आ रहा है, जिससे केंद्र सरकार सकते में आ सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, देश की 8 कोर इंडस्ट्रीज में इस साल जुलाई में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में गिरावट देखने को मिली है। इन काेर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ रेट जुलाई में 2.1 फ़ीसदी रही है। जबकि, पिछले साल जुलाई में यह 7.3 फ़ीसदी थी।
इन सेक्टरों की ग्रोथ रेट हुई कम:
देश की 8 कोर इंडस्ट्रीज में इस साल जुलाई में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में गिरावट देखने को मिल रही है। ये 8 कोर सेक्टर कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, उर्वरक, सीमेंट, बिजली और इस्पात हैं। जिनका देश के औद्योगिक उत्पादन इंडेक्स में 40 फ़ीसदी योगदान है।
ग़ौर करने वाली बात यह है कि, ग्रोथ रेट कम होने के बाद भी आठ कोर सेक्टर की ग्रोथ का यह आंकड़ा जून के मुकाबले बेहतर है। बीते जून 2019 में ग्रोथ घटकर 0.2 फ़ीसदी रह गई थी। यह 50 महीने के सबसे निम्न स्तर पर थी।
GDP में बीते 18 महीने से जारी है गिरावट:
गौरतलब है कि, यह खबर ऐसे समय आई है, जब GDP में 18 महीने से गिरावट जारी है। ऐसा दौर साल 2006 के बाद पहली बार देखा गया है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में विकास दर घटकर 5 फ़ीसदी रह गई है। यह पिछली तिमाही में 5.8 फ़ीसदी थी, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 8 फ़ीसदी था। जुलाई में सरकार द्वारा पेश किए गए आर्थिक सर्वे में जीडीपी के 7 फ़ीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था। जबकि, आरबीआई 6.9 फ़ीसदी रहने की बात कर रहा था।
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