उत्तर प्रदेश की गोरखपुर जेल में बंद 23 कैदी एचआईवी संक्रमित पाए गए हैं। जेल में बंद कैदियों की इतनी बड़ी संख्या के एचआईवी पॉजिटिव आने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जेल प्रशासन ने उन्नाव में 58 लोगों के एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेल के कैदियों का एचआईवी टेस्ट कराया था।जेल प्रशासन के सूत्रों की मानें तो जो कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं उनमें से अधिकांश विचाराधीन कैदी हैं।
ब्लड सैंपल लेकर एचआईवी जांच के लिए भेजे गए थे
जेल में उत्तर प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसायटी की तरफ से स्वास्थ्य परीक्षण के लिए कैंप लगाए गए थे। कैंप में कैदियों के ब्लड सैंपल लेकर एचआईवी जांच के लिए भेजे गए थे। जेल अधीक्षक रामधनी मिश्रा ने बताया कि जेल में समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाया जाता है।
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पिछले कुछ महीनों में लगाए गए स्वास्थ्य परीक्षण कैंप में 23 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं इनमें से एक महिला कैदी भी है। सभी का इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर से चल रहा है। रामधनी मिश्रा ने बताया कि कैदियों को एचआईवी संक्रमण कैसे हुआ यह पता नहीं चल पाया है।
कैदियों की एचआईवी जांच कराया जाना जरूरी है
कैदी यह बताना भी नहीं चाहते हैं। गोरखपुर की जेल में 1,400 कैदी बंद हैं। इनमें से 400 कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। आईजी जेल प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि गोखपुर में मिले एचआईवी संक्रमित कैदियों की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। जो स्थिति है उसके अनुसार पूरे प्रदेश के कैदियों की एचआईवी जांच कराया जाना जरूरी है।
NBT
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