यहां मुर्दे भी निकालते हैं बैंक से पैसे !
प्रदेश में सत्ता बदली, निजाम बदले लेकिन भ्रष्टाचारियों की कार्य शैली नही बदली है। कुशीनगर में इन दिनों मुर्दे अपने बैंक खाते से रुपए निकाल रहे हैं। जी हां ये कोई काल्पनिक या फिल्मी घटना नहीं बल्कि सच्ची घटना है। जहां तीन महीने पहले मर चुकी महिला ग्राम प्रधान के खाते 20 लाख रुपए निकल लिए गए हैं। यही नहीं मृतक प्रधान के अकाउंट से कई अकाउंट में पैसे ट्रांसफर भी किए गए।
दरअसल पिपराजटामपुर गांव की महिला ग्राम प्रधान मालती देवी की बीते 29 जनवरी 2017 को अचानक मौत हो गयी थी। इसकी सूचना ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम्य विकास विभाग को दिया गया था। महिला ग्राम प्रधान की मौत होने के बाद भी उनका ग्राम पंचायत का खाता चलता रहा है। मृतक मालती देवी के हस्ताक्षर से 31 मार्च तक फंड ट्रांसफर और चेक के माध्यम से लगभग 20 लाख रुपया निकाला गया। निकाले गए रुपयों से ग्रामसभा में कोई काम भी नहीं कराया गया है। अब यह सवाल उठ रहा है कि ग्राम प्रधान की मौत के बाद चेक पर या फंड ट्रांसफर के फार्म पर दस्तखत किसने किया। ग्राम सभा में इस घोटाले के सामने आने पर ग्रामीणों में आक्रोश है ग्रामीणों का कहना है ग्राम प्रधान की मौत के तीन महीने बाद तक खाते संचालन होना और खाते से 20 लाख रुपया निकालकर बंदरबांट किया है। तभी तो पडरौना ब्लॉक के पिपराजटामपुर गांव की महिला प्रधान की मौत के बाद भी फर्जी हस्ताक्षर से खातों से करीब 20 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सभा के खाते को प्रधान पति औऱ ग्राम पंचायत सचिव की मिलीभगत से 3 महीने तक फर्जी हस्ताक्षर से संचालित कर रहे थे। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत आलाधिकारियों से भी की है।
यही नहीं जिला पंचायत राज अधिकारी ने महिला ग्राम प्रधान के मौत की पुष्टि करते हुए ग्राम पंचायत की बैठक बुलाकर नए कार्यवाहक ग्राम प्रधान की नियुक्ति करने का पत्र भी लिखा लेकिन उनके आदेश को दरकिनार करते हुए मृतक महिला ग्राम प्रधान का हस्ताक्षर करके लाखों रुपया निकाल लिया गया। साथ ही इस बीच तीन खातों में फंड ट्रांसफर भी किया गया है।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद अफसर मामले की जांच करने का आश्वासन दे रहे हैं। जिलाधिकारी ने भी इस मामले की जांच कराने के बात कही है, लेकिन यह जांच कब पूरी होगी इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
यूपी की सत्ता में आई योगी सरकार ने भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश अपने नौकरशाहों को दिए हैं लेकिन यहां पर जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। ग्रामीणों का आरोप है कि मृतक प्रधान के घर कोई बड़ा अधिकारी है। जिसके के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।