कारखाने में जहरीली गैस रिसाव से 18 लोगों की हालत नाजुक
हुसैनाबाद पुलिस चौकी के पास फातिमा कॉलोनी में वर्षों से चल रहे कारखाने में जहरीली एसिटलीन गैस के रिसाव से मंगलवार शाम हड़कंप मच गया। गैस के धुंए से कारखाने के आसपास रहने वाले परिवारों के बच्चों, महिलाओं व पुरुषों की जलन के साथ ही सांस लेने में दिक्कत होने लगी। देखते हुए कई लोगों की हालत बिगड़ गई।
टंकियां और कंप्रेशर टंकी बनाने का काम होता है
हादसे में 18 लोगों की हालात नाजुक होने पर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। कारखाने में कंप्रेशर की टंकियां बनाने का काम हो रहा था। हादसे के बाद आरोपित कारखाना मालिक और उसके कर्मचारी सिलेंडर को गाड़ी में लादकर भाग निकले। पुलिस ने आरोपित मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।पुलिस के मुताबिक फातिमा कॉलोनी निवासी हासिम अपने तीन मंजिला मकान में कारखाना चलाते हैं। कारखाने में ट्रक, बसों में लगाई जाने वाली टंकियां और कंप्रेशर टंकी बनाने का काम होता है।
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मंगलवार शाम कारखाने में एकाएक गैस रिसाव होने लगा। यह देख कारखाना मालिक हासिम और कर्मचारियों ने आनन फानन सिलेंडर बाहर फेंक दिए। इससे गैस रिसाव और तेज हो गया। प्रत्यक्षदर्शी नौशाद, सुजात और रहमान के मुताबिक हवा के संपर्क में आने से गैस और धुंए का गुबार चारों तरफ फैल गया। इससे आसपास के घरों के अंदर और बाहर खेल रहे बच्चों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतें होने लगी।
सिलेंडर को इनोवा कार में लादकर भाग निकला
लोगों ने पुलिस को सूचना दी। लोगों की हालत बिगड़ते देख कारखाना मालिक अपने कर्मचारियों के साथ सिलेंडर को इनोवा कार में लादकर भाग निकला। मौके पर पहुंची पुलिस ने गैस के संपर्क में आने से जिन बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की हालात नाजुक हो गई थी, उन्हें आनन फानन ट्रामा सेंटर पहुंचाया।एसीटिलीन एक हाइड्रोकार्बन है। यह रंगहीन और ज्वलनशील गैस है।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक वेल्डिंग में ऑक्सी-ऐसीटिलीन सबसे अधिक उपयोग में लाई जाती है। बड़े-बड़े कारखानों में निजी गैस जनित्रों द्वारा कैल्सियम कार्बाइड और पानी के मिश्रण से यह गैस कम दाब पर तैयार की जाती है। ऐसीटिलीन को ऐसीटोन में घुला देने से विस्फोट का खतरा नहीं रहता।
दैनिक जागरण
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