सरकारी दफ्तरों का ड्रेस कोड बनेगा खादी !
नोएडा। इन दिनों खादी को लेकर राजनेताओं के सूर बदले-बदले से हैं। चाहे यूपी हो या बिहार या फिर मध्य प्रदेश हर जगह खादी को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। यूपी, बिहार में तो सरकारी अधिकारियों को खादी पहनने की हिदायत दे दी गई है। खादी का जिक्र आते ही हमारे जहन में दो चीजें उभरतीं हैं एक खद्दर और दूसरा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। ये लाजिमी है कि खादी का जिक्र आने पर गांधी को याद किया जाएगा और गांधी जी का जिक्र आने पर खादी बरबस ही याद आ जाएगी।
आजादी की लड़ाई में अहिंसा का मार्ग चुनने वाले बापू ने देश को एक डोर में बांधने के लिए खादी का सहारा लिया था। बापू ने खादी को घर-घर में प्रचलित कर दिया था। आलम ये था कि लोगों ने विदेशी कपड़ों की होली जलाकर बापू की स्वदेशी खादी को अपनाया था। ऐसे में खादी को मन की बात के द्वारा प्रधानमंत्री ने लोगों से अपनाने की अपील की है।
बापू खादी से ही बने कपड़े पहनते थे और उसके लिए वह खुद चरखा लेकर सूत कातते थे। बात 1920 की है जब बापू ने खादी को घर-घर पहुंचाने और लोगों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित किया था। उस दौर में अंग्रेज भी ये देखकर हैरान थे कि बापू की जनक्रांति लोगों पर असर डाल रही थी इसका सीधा और स्पष्ट कारण केवल यही था कि बापू जो कर्म करने का संदेश देश के नागरिकों को देते थे वही कर्म खुद भी अपनाते थे। बापू की बातों का जनता पर गहरा प्रभाव पड़ा, लोगों गांधी के सत्याग्रह से भी जुड़े और स्वदेशी आंदोलन से।
बापू चले गए और छोड़ गए खादी, लेकिन तभी प्रगति के नाम से उदारवाद को भारत में जगह दी गई और खादी का फैशन धीरे-धीरे खत्म होने लगा। फिल्मों को नया रंग देने के लिए चटकीले रंगों का इस्तेमाल किया जाने लगा और यह वजह खादी को खत्म करने के लिए काफी थी। फिल्मों और उदारवाद के प्रभाव ने खादी को केवल राजनीति तक ही सीमित कर दिया।
बदलते फैशन में बदलता खादी
परिधानों का फैशन समय के साथ बदलता रहता है और बदलते फैशन के हिसाब से ‘खादी’ को लोगों और उद्योग में प्रासंगिक बनाने के लिए प्रयोग किये जा रहे हैं। डिजाइनर इसमें हाथ के काम को जोड़ते हुए नए रंग-रूप में पेश करने की संभावना भी तलाश रहे हैं।
डिजाइनरों का कहना है कि फैशनेबल और आकषर्क डिजाइनों के साथ अलग-अलग सुंदर रंगों में पारंपरिक परिधानों में तेजी आई है और यह लोगों को आकर्षित भी कर रही है।
दिल्ली स्थित फायकुन डिजाइन स्टुडियो के संस्थापक और डिजाइनर आस्था वशिष्ठ ने कहा कि ‘‘खादी का अपना एक स्थान बनाना,स्थापित करना और अधिक महंगा बाजार बनाना काफी कठिन नहीं है। हालांकि जब किफायती बाजार का सवाल आता है तब कहानी थोड़ी अलग हो जाती है।’’
खादी उत्सव में दिखेंगे खादी के रंग
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आठ अप्रैल से राष्ट्रीय खादी उत्सव शुरू हो रहा है। इस मौके पर देश भर की खादी के रंग देखने को मिलेंगे। मप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की संचालक रेनू तिवारी ने बताया कि “गौहर महल में खादी उत्सव होने जा रहा है। यह उत्सव आठ से 19 अप्रैल तक चलेगा।
इस उत्सव में देश के विभिन्न प्रांतों के विशेष उत्पाद उपलब्ध रहेंगे। इसमें पश्चिम बंगाल का कोसा मटका, कटिया मसलिन खादी, राजस्थान की सूती, जैविक खादी, गुजरात के पॉली वस्त्र, सूती खादी, उत्तर प्रदेश की सूती, उपकार खादी, छत्तीसगढ़ का बना कोसा टसर, बिहार की मसलिन खादी, असम एवं त्रिपुरा के केन उत्पाद, मध्य प्रदेश की मलबरी सिल्क, सूती खादी प्रमुख हैं।”
खादी को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने किया प्रयास
लेकिन खादी को फिर से ट्रेंड में लाने के लिए आगे आ रहे हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। जैसे जैसे नमो की गूंज बढ़ती गई लोग मोदी के फैशन को अपनाने लगे और मोदी ने भी समय न गंवाते हुए ‘खादी फॉर नेशन’ का नारा दिया।
खादी नहीं पहना तो होंगे सस्पेंड
यूपी के खादी ग्रामोद्योग मंत्री ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के करीब 700 अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए ड्यूटी पर खादी पहनना अनिवार्य कर दिया जाएगा। आदेश के बाद अधिकारी या कर्मचारी खादी नहीं पहनेंगे, तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
अब बिहार में कर्मचारियों के लिए अनिवार्य होगा खादी !
बिहार सरकार सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में कम से कम दो दिन खादी पहनना अनिवार्य करने पर विचार कर रही है ताकि हाथ से बुने जाने वाले कपड़े के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जा सके और उसका उत्पादन और युवाओं के रोजगार में बढ़ोतरी की जा सके। इस संबंध में एक आदेश राज्य सरकार के विभागों के प्रमुखों को जारी कर दिया गया है।
खादी के प्रचार के लिए रैंप पर चले सोनम-सलमान
बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान और अभिनेत्री सोनम कपूर को भारत के फैशन डिजाइन काउंसिल (एफडीसीआई) की ‘हट्स टू हाई स्ट्रीट’ पहल के लिए खादी का प्रचार करते देखा गया था।
इस समारोह में सलमान ने खादी परिधान पहन कर रैंप पर वाक किया और कुछ समय बाद सोनम को भी उनके साथ रैंप पर खादी का प्रचार करते देखा गया। सलमान ने इस दौरान खादी पर अपने विचार साझा किए और युवाओं से उनके परिधानों में खादी को शामिल करने का आग्रह किया।