माल्या कर्ज का भुगतान करें, नहीं तो होगी कानूनी कार्रवाई: जेटली
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कर्ज भुगतान में जान बूझ कर चूक करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। सोमवार को विजय माल्या पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें बैंकों को सम्मान से बकाए का भुगतान करना चाहिए अन्यथा वे कर्जदाताओं और जांच एजेंसियों के दबाव का सामना करने के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि बैंकों के पास कुछ प्रतिभूतियां हैं। बैंक और अन्य एजेंसियों के पास कानूनी कार्रवाई के जरिए कुछ दबाव डालने वाले तरीके हैं। संबद्ध एजेंसियां इनकी जांच कर रही हैं।
जेटली ने कहा कि मुझे लगता है कि वसूली न किए जा सकने वाले कर्ज (एनपीए) की समाधान प्रक्रिया अब शुरू होगी। मैंने हमेशा कहा है कि एनपीए दो तरह के होते हैं। एक एनपीए आर्थिक माहौल के कारण होता है, उद्योग के किन्हीं खंडों में नुकसान के कारण। अब हम उन क्षेत्रों के समाधान की कोशिश कर रहे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों के पास विजय माल्या की समूह कंपनियों की कुछ परिसंपत्तियां गिरवी पड़ी हैं और वे 9,000 करोड़ रुपए से अधिक कर्ज की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई करेंगे।
लंबे समय से बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइन्स के प्रवर्तक माल्या पिछले दो मार्च को भारत छोड़कर बाहर चले गए थे और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वह लंदन में हैं।
माल्या ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की अपनी समूह कंपनियों से कर्ज वसूली के संबंध में उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका की सुनवाई से कुछ दिन पहले देश छोड़ा था।