‘बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए मैने कहा था’ : राम विलास वेदांती
अयोध्या में बाबरी विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के 13 नेताओं पर साजिश रचने के आरोप में केस चलाने का आदेश दिया है। इस समय राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में है। ऐसे समय में बीजेपी के पूर्व सांसद औऱ राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने एक विवादित बयान देकर मामले को हवा देने की कोशिश की है।
राम विलास वेदांती ने कहा है कि बाबरी मस्जिद उनके कहने पर गिराई गई थी और इसके लिए चाहे उन्हें फांसी की सजा दे दी जाए, लेकिन वो अपने इस बयान से पलटेंगे नहीं। वेदांती के मुताबिक वीएचपी के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के अलावा महंत अवैधनाथ भी इस साजिश में शामिल थे।
मालूम हो कि बाबरी मस्जिद विध्वंस का मामला दरअसल, 6 दिसंबर 1992 का है। जब हजारों की संख्या में कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद को ढहा दिया। इसके बाद बाद देश भर में सांप्रदायिक दंगे हुए। सीबीआई ने कोर्ट से बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी और मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती सहित 13 नेताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलने की मांग की थी।
सीबीआई की ओर से पेश वकील नीरज किशन कौल ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि रायबरेली की कोर्ट में चल रहे मामले को भी लखनऊ की स्पेशल कोर्ट में ट्रांसफर कर ज्वाइंट ट्रायल चलाया जाए। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के 13 नेताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश के तहत केस चलाने का आदेश दिया है।