देश को नई ऊंचाईयों पर ले जाने की जरूरत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त को क्रांति व आंदोलन का महीना बताते हुए रविवार को लोगों से ‘न्यू इंडिया’ (नए भारत) और देश को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए संकल्प लेने को कहा।
मोदी ने असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन को याद करते हुए कहा, “अगस्त के महीने ने भारत में कई ऐतिहासिक आंदोलन देखे हैं।”उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी ने 1942 में जब देखा कि आजादी का आंदोलन चरम पर पहुंच गया है तो उन्होंने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।” मोदी ने ये बातें रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहीं।
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नई ऊंचाईयों पर ले जाने की जरूरत
उन्होंने कहा, “आज, हमें अपने देश के लिए मरने की जरूरत नहीं, बल्कि जीवित रहने और इसे प्रगति की नई ऊंचाईयों पर ले जाने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि देश को नौ अगस्त को ‘संकल्प’ दिवस के रूप में मनाना चाहिए और व्यक्तिगत रूप से देश के लिए योगदान करने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानंमत्री ने कहा कि 1942 से 1947 के पांच वर्ष का समय निर्णायक रहा, जिसने भारत की आजादी के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि हमें साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए भी संकल्प लेना होगा कि गरीबी, गंदगी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद भारत छोड़कर चले जाएं।
शिक्षा संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्रों को आंदोलन से जुड़ने का आग्रह
मोदी ने इस अंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी सामाजिक संगठन, शिक्षा संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्रों और अन्य से इस आंदोलन से जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर लोग अपने संकल्प पूरे करें तो 2017 से 2022 के पांच साल भी निर्णायक साबित हो सकते हैं।
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