राज्यसभा चुनाव के लिए वाममोर्चा से भट्टाचार्य नामित
पं. बंगाल से विपक्षी वाममोर्चा ने कोलकाता के पूर्व महापौर विकास भट्टाचार्य(Bikash Bhattacharya) को राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को नामित किया है। प्रसिद्ध वकील और त्रिपुरा के पूर्व महाधिवक्ता भट्टाचार्य ने बीते छह वर्षो में तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ विपक्ष की कानूनी लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है।
वाममोर्चे के अध्यक्ष विमान बोस ने विकास भट्टाचार्य की उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए संवाददाताओं को बताया कि वाममोर्चे ने उन्हें चुनाव लड़वाने का आखिरी क्षण में फैसला लिया।
इससे पहले खबर थी कि यदि मार्क्सवादी विचारधारा के लोग माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी का नाम नामित करें तो कांग्रेस येचुरी का समर्थन कर सकती है, लेकिन माकपा की केंद्रीय समिति ने येचुरी की उम्मीदवारी को सिरे से खारिज कर दिया।
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बोस ने कहा, “हम एक ऐसे शख्स की तलाश में थे, जिसकी शख्सियत पार्टी राजनीति की सीमा से बाहर सभी के लिए स्वीकार्य हो, लेकिन इसके बाद हमें पता चला कि प्रदीप भट्टाचार्य को दोबारा नामित किया गया है। हमें आनन-फानन में वाम धड़े की बैठक बुलानी पड़ी और अपने उम्मीदवार के नाम पर फैसला लेना पड़ा।”
राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल पहले ही पांच उम्मीदवारों डेरेक ओ’ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय, डोला सेन, मानस भुनिया और संत छेत्री को मैदान में उतार चुकी है।
इससे पहले खबर थी कि यदि मार्क्सवादी विचारधारा के लोग माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी का नाम नामित करें तो कांग्रेस येचुरी का समर्थन कर सकती है, लेकिन माकपा की केंद्रीय समिति ने येचुरी की उम्मीदवारी को सिरे से खारिज कर दिया।
अब पूरा ध्यान राज्यसभा की छठी सीट पर है, जिस पर प्रदीप भट्टाचार्य और विकास भट्टाचार्य नामित हैं। वह आज नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
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