कोर्ट के आदेश के बाद भी शनि मंदिर में नहीं घुस पाईं महिलाएं
मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी शनिवार को महिलाएं शनि शिंगणापुर मंदिर में नहीं घुस पाईँ। भूमाता ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई के नेतृत्व में कई महिलाएं शनिवार को पूजा करने के लिए शनि शिंगणापुर मंदिर में पहुंची लेकिन पुलिस ने तृप्ति देसाई को मंदिर परिसर से हिरासत में लिया।
शनि शिंगणापुर में मुख्य चबूतरे पर महिलाओं को भी पूजा कर सकने के आदेश शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से मिलने के बाद भूमाता ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं में उत्साह में हैं। मगर, अब उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश करने से स्थानीय लोगों ने रोक दिया।
इसके बाद भूमाता ब्रिगेड की महिलाओं ने मंदिर में ही धरना दे दिया है। उनका कहना है कि जब तक उन्हें चबूतरे में चढ़कर पूजा नहीं करने दी जाती है, वे वहां से हटने वाली नहीं हैं। हालात को देखते हुए पुलिस ने तृप्ति को हिरासत में ले लिया।
उधर, इस मामले में तृप्ति देसाई ने कहा कि कल हाईकोर्ट ने फैसला दिया था कि महिलाओं को पूजा करने से रोकने वालों की गिरफ्तारी की जाएगी। मगर, पुलिस महिलाओं का सहयोग नहीं कर रही है। यदि उन्हें चबूतरे पर नहीं चढ़ने दिया जाता है, तो वे मुख्यमंत्री के खिलाफ केस करेंगी।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने मंदिर में महिलाओं द्वारा पूजा किए जाने पर लगी रोक हटाने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही अदालत ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वो महिला अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे। कोर्ट ने यह भी कहा है कि शख्स किसी को मंदिर में पूजा करने से रोकता है, तो उसे 6 महीने की जेल हो सकती है।