योगी सरकार खरीदेगी किसानों से धान, ऑनलाइन पंजीकरण है अनिवार्य
यूपी में धान खरीद नीति के निर्धारण को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कैबिनेट बैठक की थी. इस बैठक में निर्धारित किया गया कि धान खरीद के लिए प्रदेश भर में कुल 4 हजार खरीद केंद्र बनाये जायेंगे. इसके अलावा, इस बार योगी सरकार द्वारा किसानों से 73 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें निम्न श्रेणी के धान का कम से कम मूल्य 2040 रुपए प्रति कुंतल और उच्च श्रेणी के धान का मूल्य 2060 रुपए प्रति कुंतल रखा गया है. बता दें धान खरीद से पहले किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना भी जरुरी है.

दरअसल, धान खरीद की प्रक्रिया पूर्णतया रूप से ऑनलाइन होगी. जिसमें किसानों से धान खरीद उनकी कम्प्यूटराइज्ड सत्यापित खतौनी और आधार कार्ड को जांचकर की जाएगी. किसानों के बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण द्वारा इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज मशीन के जरिये क्रय केंद्रों पर धान खरीद की जाएगी. इसमें खाद्य विभाग, पीसीएफ, पीसीयू, मंडी परिषद, यूपीएसएस व भारतीय खाद्य निगम समेत 6 एजेंसियां शामिल हैं जोकि धान की खरीद करेंगी. धान क्रय केंद्र रविवार व राजपत्रित अवकाशों पर बंद रहेंगे बाकी सामान्य दिनों में खुले रहेंगे.

खरीफ की फसलों के व्यापार में वर्ष 2022-23 में लखनऊ संभाग के हरदोई, लखीमपुर, सीतापुर समेत बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी में धान खरीद शुरू है, जोकि 31 जनवरी, 2023 चलेगी. उधर, लखनऊ संभाग के लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव समेत चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर व प्रयागराज में धान खरीद 1 नवंबर, 2022 से शुरू होगी, जोकि 28 फरवरी, 2023 तक चलेगी.

योगी सरकार पहली बार बाजरे की भी खरीद करेगी, जिसकी खरीदारी मक्के के साथ ही की जाएगी. प्रदेश के 24 जिलों में मक्का और 18 जिलों में बाजरे की सरकारी खरीद की जाएगी. योगी सरकार ने मक्के की एमएसपी 1962 रुपये और बाजरे की 2350 रुपये प्रति कुंतल तय की है. राज्य में बाजरे का उत्पादन 21.60 लाख मीट्रिक टन और बाजरे का 24 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है. बता दें योगी सरकार ने पिछले वर्ष 65 लाख मीट्रिक टन से भी ज्यादा धान किसानों से खरीदा था, जबकि खरीद का लक्ष्य लगभग 60 लाख मीट्रिक टन का था.
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