क्यों लगातार बढ़ रहा Bird Flu, क्या है इंसानो को खतरा, जानें एक्सपर्ट की राय

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2021 में शुरू हुआ एच5एन1 (H5N1) एवियन इन्फ्लूएंजा का प्रकोप अमेरिका और दुनिया भर में इतिहास का सबसे बड़ा बर्ड फ्लू का प्रकोप बन गया है. अमेरिका में वायरस ने लाखों मुर्गियों, टर्की, बत्तखों और कलहंस और हजारों जंगली पक्षी इस प्रकोप से मारे गए हैं. कई वायरोलॉजिस्ट चिंतित हैं कि यह वायरस मनुष्यों में फैल सकता है और एक नई मानव महामारी का कारण बन सकता है. यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर वायरोलॉजिस्ट सारा सॉयर, एम्मा वर्डेन-सैपर और शेरोन वू एच5एन1 की समरी देते हुए बताते हैं कि वैज्ञानिकों को इस प्रकोप फैलने की आशंका है.

क्या यह वायरस इंसानों के लिए गंभीर खतरा है?…

एच5एन1 एक अलग प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो मुख्य रूप से पक्षियों में फैलता है, जिसे पहली बार 1996 में चीन में एक हंस फार्म में पाया गया था. हाल ही में इसने दुनिया भर में पक्षी और स्तनधारी प्रजातियों की विविधता को संक्रमित करना शुरू कर दिया है.

वायरस पक्षियों के लिए खतरनाक रोगजनक है, जिसका अर्थ है कि संक्रमण अक्सर बहुत ज्यादा लक्षण पैदा करते हैं, लेकिन मनुष्यों पर इसका प्रभाव जटिल है.

मनुष्यों के लिए एच5एन1 के बारे में अच्छी खबर यह है कि यह वर्तमान में लोगों के बीच उतना नहीं फैलता है. ज्यादातर लोग जो एच5एन1 से संक्रमित हुए हैं, उन्हें सीधे संक्रमित पोल्ट्री, खासकर से मुर्गियों, टर्की, बत्तखों और गीज से हुआ है, जो अक्सर बड़े कमर्शियल फर्म में पाले जाते हैं.

इस प्रकोप पर अचानक इतना ध्यान क्यों दिया जा रहा है?…

अभी बर्ड फ्लू पर इतना ध्यान दिए जाने का पहला कारण यह है कि वर्तमान में एच5एन1 अब तक दर्ज की गई सबसे बड़ी “पक्षी महामारी” का कारण बन रहा है. 2020 में उत्पन्न एक वायरल संस्करण H5N1 2.3.4.4b इसका कारण है.

अगर कुछ पक्षी एच5एन1 के लिए पॉजिटिव टेस्ट करते हैं, तो लक्षणों या संक्रमण की स्थिति की परवाह किए बिना पूरे झुंड को मार दिया जाता है. यू.एस. में अंडे और पोल्ट्री मीट की कीमत बढ़ने के पीछे यही कारण है. बिडेन एडमिनिस्ट्रेशन फार्म वाले पोल्ट्री झुंडों का वैक्सीनेशन करने पर विचार कर रहा है.

इस ओर बढ़ते ध्यान का दूसरा कारण यह है कि एच5एन1 अब पहले से कहीं अधिक पक्षी और स्तनधारी प्रजातियों को संक्रमित कर रहा है. जंगली पक्षियों में वायरस का पता लगाया गया है, जिनमें बैजर, भालू, बॉबकेट्स, कोयोट्स, फेरेट्स, फिशर कैट्स, लोमड़ियों, तेंदुओं, ओपोसम्स, सूअरों, स्कंक्स और समुद्री शेर शामिल हैं.

जैसा कि एच5एन1 अधिक प्रजातियों को संक्रमित करता है, यह इसकी भौगोलिक सीमा को भी बढ़ाता है और बहुत ज्यादा वायरल वैरिएंट पैदा करता है जिसमें नए जैविक गुण हो सकते हैं.

पेरू में समुद्री शेर भी भारी संख्या में एच5एन1 वायरस के शिकार हो रहे हैं. यह पुष्टि नहीं की गई है कि समुद्री शेर एक दूसरे में वायरस फैला रहे हैं या पक्षियों या एच5एन1-संक्रमित पानी से फैल रहा है.

क्या है चिंता की वजह: अगर एच5एन1 मिंक और संभवतः समुद्री शेरों में फैल सकता है, तो मनुष्य क्यों नहीं? हम भी स्तनधारी हैं.

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