अडानी के बाद अब किसका नंबर? हिंडनबर्ग जल्द करेगा बड़ा खुलासा …
साल 2023 में अपनी रिपोर्ट से भारतीय वित्तीय क्षेत्र में तहलका मचा देने वाली अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च शायद ही कोई भूला होगा और कोई आम नागरिक चाहे भूल भी गया हो, लेकिन व्यापार जगत से संबंध रखने वाले इसे कभी नहीं भूल सकते हैं. ऐसे में यह फर्म एक बार फिर भारत के व्यापार जगत में भूचाल लाने को तैयार नजर आ रही है, जहां पहले इस फर्म ने अडानी को अपना निशाना बनाया था, वहीं अब देखना होगा कि, हिंडनबर्ग के निशाने पर कौन सी कंपनी आती है या एक बार फिर अडानी पर ही निशाना होता है.
दरअसल, शनिवार को हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ एक्स पर किए गए पोस्ट ने भारतीय कंपनियों में फिर से हलचल पैदा कर दी है. हिंडनबर्स ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट से निवेश क्षेत्र से जुड़े एक और बड़े खुलासे का संकेत देते हुए पोस्ट किया है. जिसमें हिंडनबर्ग रिसर्च ने लिखा है कि, “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है” अब यह पोस्ट किस विषय पर है, इसको लेकर हिंडनबर्ग ने फिलहाल कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन हिंडनबर्ग रिसर्च के इस पोस्ट से कयास लगाए जा रहे हैं कि, एक बार फिर यह फर्म किसी भारतीय कंपनी के बारे में बड़ा खुलासा करने वाली है.
2023 में अडानी पर किया था खुलासा
हिंडनबर्ग ने साल 2023 में भारतीय व्यापारी गौतम अडानी के अडानी समूह को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी, इस रिपोर्ट के सामने आते ही व्यापार जगत में हलचल मच गयी थी, क्योंकि, इस रिपोर्ट में न सिर्फ खुलासा किया गया था बल्कि अडानी ग्रुप पर कई सारे आरोप भी लगाए गए थे. वही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप को काफी नुकसान का भी सामना करना पड़ा था, इस रिपोर्ट की वजह से अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गयी थी और इस वजह से अडानी विश्व के अरबपतियों की लिस्ट दूसरे स्थान से 36 वें स्थान पर पहुंच गए थे. इसकी वजह उनकी संपत्ति में आई भारी गिरावट थी.
रिपोर्ट में क्या किया था दावा?
25 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के खिलाफ 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की थी, इस रिपोर्ट के निष्कर्ष में रिसर्च कंपनी ने 88 प्रश्नों को शामिल किया था. इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप को लेकर दावा किया गया था कि, यह ग्रुप कई दशकों से अपने शेयरों में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी करता आ रहा है. इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि, तीन सालों में लगातार शेयरों की कीमत मे इजाफा की वजह से अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी की संपत्ति एक अरब डॉलर से बढकर 120 अरब डॉलर तक पहुंच गई है. इस दौरान समूह की सात कंपनियों के शेयरों में औसत 81% की वृद्धि हुई है.
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86 अरब डॉलर गिरी थी शेयर की वैल्यूएशन
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों पर काफी असर हुआ था, जिसकी वजह से कंपनी के शेयरों की वैल्यूएशन तेजी से गिरी थी. उस समय हालात ये थे कि, अडानी समूह की वैल्यूएशन कुछ ही दिनों में 86 अरब डॉलर तक गिर गयी थी और इसके बाद में समूह ने विदेश में लिस्टेड बॉन्ड की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की थी.