आखिर कब ख़त्म होगा भारत मे कोरोना?

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कोरोना की दूसरी लहर कब ख़त्म होगी? ये एकमात्र सवाल है जो सबके जुबान इस बार टिका हुआ है. अभी से नहीं बल्कि 2020 के लॉकडाउन से ही लोग इसी सवाल को लेकर परेशान है. समय के अनुकूल अब विशेषज्ञों से जाने की ज़रूरत है कि कब ख़त्म हो सकती है कोरोना की ये दूसरी लहर.

कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर ने कोरोनोवायरस संक्रमण के दैनिक मामलों को 1.26 लाख से अधिक के सभी समय के उच्च स्तर पर ले लिया है। अब, सार्वजनिक बहस पर हावी सवाल यह है कि भारत में दूसरी कोविद -19 लहर कब समाप्त हो सकती है।

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कोरोना की असफल भविष्यवाणी

जब पिछले साल कोरोनोवायरस महामारी पूरे भारत में फैल रही थी, तब सरकार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IIS) से तैयार विशेषज्ञों की एक समिति नियुक्त की थी। समिति ने भारतीय परिस्थितियों की ख़ासियत के आधार पर एक “सुपर मॉडल” विकसित किया।

सुपर मॉडल ने भविष्यवाणी की थी कि कोविड -19 महामारी फरवरी 2021 में भारत में बड़े पैमाने पर झुंड उन्मुक्ति के कारण आएगी। मॉडल ने अनुमान लगाया कि कोविद -19 के प्रत्येक प्रयोगशाला पुष्ट मामले के लिए 60-65 Asymptomatic संक्रमण थे। यह अनुमान इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के सीरो-सर्वे के 26-32 अनिर्धारित कोविड -19 मामलों के प्रत्येक प्रयोगशाला पुष्टिकरण मामले के आकलन से काफी अलग था।

इस संकाय ने जब अपनी रिपोर्ट अक्टूबर मे दाखिल की थी उस समय इंडिया मे 75 कोरोना के केसेस आ चुके थे. और ऐसा माना गया था कि फरवरी के अंत तक भारत की 40 प्रतिशत पापुलेशन संक्रमित हो जाती. और कुछ ऐसा ही हुआ. भारत मे फरवरी के अंत तक भारत मे कोरोना ने फिर तेज़ रफ़्तार पकड़ ली.

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सेकंड वेव पे भी की गई है भविष्यवाणी

उसी मॉडल के साथ फिर से सेकंड वेव मे भी भविष्यवाणी की गई थी. कोरोना की दोसरी वेव मे ऐसा अनुमान लगाया गया था कि कोरोना की पीक 15-20 अप्रैल तक चलेगी. ये ऐसा स्लोप बनेगा जिसमे अप्रैल के बाद कोरोना के संक्रमण दर मे स्टीप डिक्लाइन  होगा.

हालांकि, कोविड -19 महामारी की पहली लहर के साथ, ताजा संक्रमण का प्रक्षेपवक्र सरकार द्वारा किए गए उपायों और जनता द्वारा सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन सहित कई अन्य कारकों पर निर्भर करेगा।

अब देखना ये होगा कि जो अनुमान लगाए गए है उसपे वास्तविकता कहाँ तक बैठेगी.

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