अमित शाह : ममता सरकार प्रवासी मजदूरों को West Bengal आने नहीं दे रही
बंगाल सरकार की ढुलमुल नीतियों के खिलाफ अब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सख्त
नई दिल्ली : West Bengal में दूसरे राज्यों से मजदूरों को वापस लाने और राज्य से बाहर ले जाने के मामले में ममता सरकार की ढुलमुल नीतियों के खिलाफ अब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सख्त हो गए हैं।
इसी सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने West Bengal की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा है। पत्र में प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर राज्य सरकार के रवैये पर सवाल खड़ा किया गया है। गौरतलब है कि केंद्र ने दो लाख से अधिक प्रवासियों की घर वापसी की योजना बनाई है।
बंगाल के मजदूर घर वापसी चाहते हैं
सूत्रों के मुताबिक West Bengal की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि दूसरे राज्य में मौजूद बंगाल के मजदूर अपने राज्य बंगाल आना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार का रवैया ठीक नहीं है। लोगों को अपने यहां लाने में West Bengal सरकार तत्परता नहीं दिखा रही और राज्य में ट्रेनों को प्रवेश करने की मंजूरी नहीं दे रही है।
प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय
शाह ने कहा, “यह बंगाल के प्रवासी मजदूरों के साथ अन्याय है, इससे आगे उनके लिए और मुश्किल होगी।”
उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार दो लाख से ज्यादा प्रवासियों को उनके गृह राज्य लौटने में मदद करने की कोशिश कर रही है।
मजदूरों को लाने की व्यवस्था करे
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा है कि जिस तरह दूसरे राज्य प्रवासी मजदूरों को अपने यहां लाने की व्यवस्था कर रही है, West Bengal भी वैसा ही करें।
गौरतलब है कि देश भर से दिहाड़ी मजदूरों को राज्य सरकारों की मदद से अपने अपने गृह जिले भेजे जाने का सिलसिला जारी है। राज्य सरकारें सबंधित राज्य सरकार से समन्वय कर ट्रेनों और अन्य माध्यमों से मजदूरों को घर जाने की व्यवस्था कर रही है।
बंगाल सरकार कोई सहयोग नहीं दे रही
West Bengal के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है,कि पश्चिम बंगाल में जो प्रवासी मजदूर हैं वे अपने गृह नगर जाना चाहते हैं। मजदूरों के पश्चिम बंगाल से उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी केंद्र सरकार द्वारा की गई है। इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार केंद्र को कोई सहयोग नहीं दे रही है।
विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष ट्रेनों को चलाने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों की मांगों के मद्देनजर, 1 मई को भारतीय रेलवे ने कहा था कि वह देश भर में फंसे मजदूरों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों और छात्रों की घर वापसी के लिए शुक्रवार से ही विशेष ट्रेनें चलाएगा।
‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनें चलाने का निर्णय
रेलवे के कार्यकारी निदेशक (मीडिया) आर.डी. बाजपेयी ने तब एक बयान में कहा था कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों की घर वापसी के लिए ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है।
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